जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर से सुरक्षाबलों को बनाया निशाना, CRPF के जवान शहीद…
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों ने एक बार फिर से सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। बारामुला जिले के क्रिरी क्षेत्र में सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त नाका नाका पार्टी पर आतंकी हमले में तीन जवान शहीद हो गए हैं। सुरक्षाबलों पर आतंकियों की ओर से की गई फायरिंग में सीआरपीएफ के दो और जम्मू-कश्मीर के एक जवान शहीद हो गए हैं।समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी पुष्टि कर दी है।
इस आतंकी हमले में पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर शहीद हो गए, जबकि सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां दोनों ने दम तोड़ दी। इस घटना के बाद इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले 14 अगस्त को श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके नागम में एक पुलिस पार्टी पर हमला किया था। आतंकियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए थे। वहीं, इस आतंकी हमले में एक जवान घायल भी हुआ था। पुलिस के आईजीपी ने बताया कि इस हमले के पीछे जैश का हाथ है।
कश्मीर के आईडीपी विजय कुमार ने कहा था कि शुक्रवार को कश्मीर में पुलिस पार्टी पर हुए आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है। उन्होंने कहा कि दो आतंकी आए और उन्होंने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। हमने पूरे इलाके को घेर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि हमने आतंकियों की पहचान कर ली है। वे जैश के ग्रुप के हैं। हम जल्द ही उन्हें मार गिराएंगे। वहां क्योंकि लोगों की आवाजही थी, इसलिए पुलिस ने फायरिंग नहीं ताकि नागरिकों को नुकसान न हो।
इस आतंकी हमले में पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर शहीद हो गए, जबकि सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए थे, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां दोनों ने दम तोड़ दी। इस घटना के बाद इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले 14 अगस्त को श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके नागम में एक पुलिस पार्टी पर हमला किया था। आतंकियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए थे। वहीं, इस आतंकी हमले में एक जवान घायल भी हुआ था। पुलिस के आईजीपी ने बताया कि इस हमले के पीछे जैश का हाथ है।
कश्मीर के आईडीपी विजय कुमार ने कहा था कि शुक्रवार को कश्मीर में पुलिस पार्टी पर हुए आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है। उन्होंने कहा कि दो आतंकी आए और उन्होंने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। हमने पूरे इलाके को घेर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि हमने आतंकियों की पहचान कर ली है। वे जैश के ग्रुप के हैं। हम जल्द ही उन्हें मार गिराएंगे। वहां क्योंकि लोगों की आवाजही थी, इसलिए पुलिस ने फायरिंग नहीं ताकि नागरिकों को नुकसान न हो।