जन्माष्टमी : रवींद्र जैन के इस भजन के बिना अधूरा है जश्न

आज पूरे देश में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। मथुरा-वृंदावन और इस्कॉन मंदिरों में दर्शकों की भीड़ इस खास उत्सव का आनंद लेने के लिए पहले ही जमा होने लगी है। श्रद्धालु भगवान की पूजा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। आज मध्यरात 12 बजे कान्हा का जन्म होगा।
कई सारे श्रद्धालु करेंगे श्री कृष्ण के दर्शन
इस साल जन्माष्टमी दो दिन यानी 15 और 16 अगस्त को मनाई जाएगी क्योंकि चंद्र अष्टमी तिथि एक साथ पड़ रही है। हालांकि दोनों ही दिन बड़े उत्सव होने की उम्मीद है, लेकिन मध्यरात्रि में जन्मोत्सव मुख्य आकर्षण रहेगा। मथुरा में जहां माना जाता है कि कृष्ण का जन्म हुआ था 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। जन्माष्टमी के इस पावन पर्व पर श्रीकृष्ण के भजन भी खूब सुने जाते हैं। श्रद्धालु पूजा-अर्चना के साथ कृष्णा भक्ति में लीन रहते हैं। आज आपको रविंद्र जैन के ऐसे ही एक कृष्ण भजन के बारे में बताएंगे जो आपके कानों में प्रेम का रस घोल देगा।
अभी भी कानों में रस घोल देता है ये पॉपुलर गाना
रविंद्र जैन बचपन से ही अंधे थे लेकिन संगीत में उनकी बेहद रुचि ने उन्हें आज भी हमारे बीच जीवित रखा है। रविंद्र जैन का हर एक गीत ऐसा है जिसे सुनकर भक्तगण मंत्रमुग्ध और भावविभोर हो जाते हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘सौदागर’ से की। इस फिल्म के लिए उन्होंने गीत लिखे भी और संगीतबद्ध भी किया।