चीन ने दी भारत को धमकी, दलाई लामा कार्ड खेलना बंद नहीं किया तो हो जायेगा…

चीन ने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश के इलाकों के नाम अपने अनुसार रखने का उसका वैधानिक अधिकार है। ये इलाके दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा हैं। चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के छह इलाकों के नाम घोषित किये थे। साथ ही चीन के सरकारी मीडिया ने भारत को चेताया है कि वह दलाई लामा कार्ड खेलना बंद नहीं किया तो उसे महंगे परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

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चीन ने दी भारत को धमकी, दलाई लामा कार्ड खेलना बंद नहीं किया तो हो जायेगा...

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा, भारत से लगने वाली सीमा को लेकर चीन का मत स्पष्ट और तर्कसंगत है। दक्षिणी तिब्बत के घोषित किये गए नाम प्राचीन समय में मोम्बा और तिब्बत चीन के लोगों द्वारा इस्तेमाल किये जाते थे, जो वहां पर पीढ़ियों से रहते थे। इसलिए यह तथ्यात्मक रूप से सही है जिसे बदला नहीं जा सकता। इन नामों को मानकों के अनुसार इस्तेमाल करना और उन्हें प्रचारित करना चीन का वैधानिक अधिकार है।

प्रवक्ता ने यह बात भारत के उस आरोप के जवाब में कही जिसके अनुसार चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा बनाने के लिए वहां के इलाकों पर अपने नाम थोप रहा है। जबकि अरुणाचल प्रदेश भारत का अविभाज्य हिस्सा है। इस तरह के चीन के दावे और नामकरण का कोई आधार नहीं है। भारत की ओर से यह बात नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कही थी।

उल्लेखनीय है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत बताता है। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के जरिये भारत को एक बार फिर चेताया गया है कि वह दलाई लामा कार्ड खेलना बंद करे। लिखा है, भारत सोचे कि चीन ने इस समय ही क्यों दक्षिणी तिब्बत के नामों की फिर से चर्चा की।

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत ने दलाई लामा का चीन के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश की। अगर भारत ने ऐसा करना जारी रखा तो वह उसे काफी महंगा पड़ेगा। अखबार ने लिखा है कि भारत की आपत्ति पर ही चीन ने नेपाल के साथ अपना सैन्य अभ्यास महज एक बटालियन तक ही सीमित रखा और उसे एक मिलिटरी स्कूल में ही किया। यह बात भारत के नेताओं को सोचनी चाहिए।

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