चंडीगढ़ में महापंचायत आज, क्या हो सकता है हरियाणा-पंजाब के बंद का एलान

हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार आत्महत्या मामले को लेकर विवाद सुलझा नहीं है। दिवंगत आईपीएस वाई पूरण कुमार के रिश्तेदार पंजाब के आप विधायक ने कहा कि एक डीजीपी स्तर के अधिकारी की मौत के 5 दिन बाद भी न्याय नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि उनसे पूछे बिना वाई पूरण के शव को सेक्टर 16 अस्पताल से पीजीआई शिफ्ट कर दिया गया। वाल्मीकि सेना के सदस्य मुकेश कुमार ने भी प्रशासन पर आरोप लगाया कि परिवार की सहमति के बिना शव को स्थानांतरित किया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक न्याय नहीं मिलता, न पोस्टमार्टम होगा, न दाह संस्कार।
वाई पूरण कुमार मामले में उनके पारिवारिक सदस्य रविवार को एक बार फिर मीडिया के सामने आए। परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें अभी भी इंसाफ नहीं मिला है। इतने दिनों से शव को रखकर बैठें हैं। बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया।
उन्होंने कहा कि आज 2 बजे चंडीगढ़ महापंचायत है, उसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। चंडीगढ़ को बंद किया जा सकता है। पंजाब और हरियाणा को भी बंद करने या भारत बंद का एलान भी किया जा सकता है। इसके अलावा डीजीपी चंडीगढ़ के घर का घेराव और मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी किया जा सकता है।
अमनीत को सांत्वना देने देशभर से नेता पहुंचे, सोनिया व मायावती ने दुख जताया
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार के आत्महत्या मामले में शनिवार को कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और बसपा प्रमुख मायावती ने पत्र लिखकर दुख जताया हैं। वहीं, आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार को सांत्वना देने सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पर पहुंचें। सभी नेताओं ने दलितों के उत्पीड़न, डीजीपी, एसपी सहित आरोप लगने वाले अफसरों के खिलाफ तत्काल एक्शन के साथ पूरण कुमार को न्याय दिलाने की मांग की। साथ ही हरियाणा भाजपा सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए घेरा हैं।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री व पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, सीएम नायब सैनी सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री अनिल विज, मंत्री कृष्ण लाल पंवार, मंत्री कृष्ण बेदी और हरियाणा से कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला, सांसद कुमारी सैलजा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर सहित अन्य नेता पहुंचें थे।
यह घटना सिस्टम पर तमाचा-सीएम मान
मीडिया से बातचीत में सीएम भगवंत मान ने कहा कि यह घटना सिस्टम पर तमाचा है। माता-पिता ने अपने बेटे को पढ़ा-लिखा कर इस मुकाम तक पहुंचाया था, लेकिन भेदभाव के कारण उसे इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा, यह बेहद दर्दनाक है। जो लोग दूसरों को न्याय दिलाते हैं, उन्हें ही अपने लिए न्याय का इंतजार करना पड़ रहा है। सीएम ने कहा कि अमनीत ने उनसे बोले कि वह अगले ही दिन पोस्टमार्टम के लिए तैयार थी, बस एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने पंजाब के राज्यपाल से आग्रह किया है कि अधिकारियों और परिवार को बैठाकर बातचीत कराई जाए ताकि उनकी भावनाओं की कद्र हो सके।
आप पार्टी परिवार के साथ- मनीष सिसोदिया
दिल्ली के पूर्व सीएम व पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने कहा कि दुख की बात यह है कि इस घटना के बाद सच को सामने लाने के बजाय उसे दबाने की कोशिश की जा रही है। परिवार अभी भी सिस्टम से न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है और हमें भरोसा है कि न्याय मिलेगा। उन्होंने समाज में दलित अधिकारियों के साथ हो रहे भेदभाव पर भी सवाल उठाए। दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और टेक्नोलॉजी के युग में पहुंच चुकी है, तब भी अगर हमारे देश में किसी आईपीएस अधिकारी को सिर्फ दलित होने के कारण प्रताड़ित किया जाता है, तो यह बहुत शर्मनाक है। उन्होंने चीफ जस्टिस के मामले का भी जिक्र करते कहा कि यह देश के लिए खतरे की घंटी है। वहीं जब पंजाब सरकार को शिकायत मिली तो उसने तुरंत कार्रवाई की, जबकि यहां देरी और चुप्पी दिख रही है। अगर राजनीति न्याय के रास्ते में आएगी तो ऐसी मानसिकता को हराना पड़ेगा। आप पार्टी परिवार के साथ है।
पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि एडीजीपी पूरण कुमार शहीद हुए हैं। वह पिछड़े वर्ग के अधिकारियों के पोस्टिंग व प्रमोशन को लेकर भी सरकार से मांग करते थे। परिवार के बगैर अनुमति शव को पुलिस पीजीआई लेकर गई। चन्नी ने आरएसएस पर भी निशाना साधा है।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एडीजीपी पूरण कुमार की मजबूरन आत्महत्या ने सभी को झकझोर कर दिया। जब इस रैंक के अधिकारी को न्याय नहीं मिल रहा है तो किसे न्याय मिलेगा। परिवार की सहमति बिना शव को पुलिस पीजीआई लेकर गई, जोकि अपराध है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। सीएम ने भले ही भरोसा दिलाया हो, लेकिन ऐसा लगता है कि न्याय अभी भी बहुत दूर है। पूरण की मौत को एक शहादत और सिस्टम के खिलाफ दर्ज विरोध बताया।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी को न्याय नहीं मिलता तो आम जनता को क्या न्याय मिलेगा। सरकार संज्ञान लें वरना तीन दिन के अंदर पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी। राहुल गांधी हर व्यक्ति से साथ खड़े हैं।
वहीं, कुमारी शैलजा ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस-प्रशासन ने बिना परिवार की सहमति शव को पीजीआई लेकर गई। उन्होंने सरकार पर तंज किया कि क्या दाएं हाथ को नहीं पता कि बाएं हाथ क्या कर रहा हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
सोनिया गांधी ने अमनीत पी. कुमार को पत्र लिखकर कहा कि यह घटना हुक्मरानों के पूर्वाग्रहपूर्ण रवैये की याद दिलाती है और न्याय की राह में वह उनके साथ खड़ी हैं। वहीं, मायावती ने इसे जातिवादी शोषण व प्रताड़ना का नतीजा बताते हुए कहा कि यह घटना शासन-प्रशासन में हावी जातिवाद की पोल खोलती है। उन्होंने इसकी स्वतंत्र, निष्पक्ष और समयबद्ध जांच की मांग की ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।