गौतम गंभीर भड़के पाकिस्तान पर, कहा-सच आया सामने

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट दानिश कनेरिया इन दिनों चर्चा में हैं। पाकिस्तान के हिंदू क्रिकेटर कनेरिया को लेकर पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए, जिसके बाद खुद कनेरिया ने भी अपना पक्ष रखा है। अब इस मुद्दे पर भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद गौतम गंभीर ने भी बयान दिया है। गंभीर ने इस पूरे मामले को शर्मनाक बताया है और साथ ही कहा है कि ये मामला पाकिस्तान का असली चेहरा दिखाता है।
गंभीर ने कहा, ‘यही पाकिस्तान का असली चेहरा है। हमारे पास मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने 80-90 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है। ये पाकिस्तान का सच दिखाता है, उनके पास खिलाड़ी के तौर पर इमरान खान देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन फिर भी उनके देश में खिलाड़ियों को इस तरह की परिस्थिति से गुजरना पड़ता है। कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 60 मैच खेले हैं, और ये घटना शर्मनाक है।’
‘मेरी जिंदगी अच्छी नहीं चल रही है’
कनेरिया ने कहा था, ‘मेरी जिंदगी अच्छी नहीं चल रही है और मैंने पाकिस्तान में कई लोगों से संपर्क किया है इसके अलावा और भी देशों में बात की है मेरी समस्या सुलझाने के लिए। अभी भी मुझे कोई सहायता नहीं मिली है। पाकिस्तान में बाकी कई क्रिकेटरों की समस्या सुलझायी जा चुकी है। एक क्रिकेटर के तौर पर मैंने पाकिस्तान के लिए सबकुछ किया है और मुझे इस पर गर्व है, लेकिन अभी जरूरत की घड़ी में मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान से मुझे सहायता मिलेगी।’
यह भी पढ़ें: दिग्गज खिलाड़ी ने ले लिया संन्यास का फैसला, इस दिन से नहीं दिखेंगे मैदान पर
कनेरिया को चाहिए पाकिस्तान में सपोर्ट
कनेरिया ने कहा था, ‘मुझे पाकिस्तान के सभी दिग्गज खिलाड़ियों का सपोर्ट चाहिए, जिसमें प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हैं। मुझे इस मुश्किल से बाहर निकालने के लिए क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटरों और बाकी देशों से भी मदद चाहिए, प्लीज मेरी मदद करिए और मुझे इस मुश्किल से बाहर निकालिए।’ इससे पहले शोएब अख्तर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि कनेरिया के साथ अच्छा व्यवहार नहीं होता था। पाकिस्तानी क्रिकेटर कनेरिया के साथ इस वजह से खाना खाने के लिए मना कर देते थे, क्योंकि कनेरिया हिंदू हैं। 39 वर्षीय कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट मैच खेले हैं और अनिल दलपत के बाद इकलौते ऐसे हिंदू हैं, जिसे पाकिस्तान की ओर से क्रिकेट खेलने का मौका मिला।