गोवर्धन पूजा के लिए ऐसे बनाएं अन्नकूट का प्रसाद

जब बात गोवर्धन पूजा की आती है, तो एक सवाल हमेशा मन में आता है कि ‘अन्नकूट के प्रसाद’ में आखिर ऐसा क्या है जो सीधा दिल को छू जाता है? बता दें, यह सीक्रेट छिपा है मसालों को भूनने के सही तरीके में और पकाने की विधि में। जी हां, अगर आप सोचते हैं कि भंडारे जैसा स्वाद घर पर लाना नामुमकिन है, तो अब अपनी सोच बदल लीजिए।

क्या आपने कभी सोचा है कि गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2025) पर बनने वाले ‘अन्नकूट के प्रसाद’ में ऐसा क्या जादू होता है? बता दें, अन्नकूट सिर्फ सब्जियों का मिश्रण नहीं है, बल्कि यह 56 भोग का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र के क्रोध से ब्रजवासियों को बचाने के बाद ग्रहण किया था। आइए, इस आर्टिकल में आपको बताते हैं 22 अक्टूबर को मनाई जा रही गोवर्धन पूजा के लिए अन्नकूट बनाने के कुछ सीक्रेट टिप्स (Govardhan Puja Annakut Recipe), जो सिर्फ पुराने रसोइयों को ही पता होते हैं।

अन्नकूट बनाने के लिए सामग्री

अन्नकूट का प्रसाद बनाने की खासियत यह है कि इसमें कोई फिक्स रूल नहीं होता। जी हां, आप अपनी पसंद और बाजार में उपलब्ध कम से कम पांच से सात तरह की सब्जियां इस्तेमाल कर सकते हैं।

सब्जियां: आलू, गोभी, गाजर, मटर, बैंगन, कद्दू, मूली और बीन्स। याद रहे, जितनी ज्यादा सब्जियां, उतना अच्छा स्वाद।

अन्य सामग्री: अदरक, हरी मिर्च, टमाटर, देसी घी या तेल, हींग, जीरा, हल्दी, धनिया पाउडर, गरम मसाला और नमक।

अन्नकूट बनाने की विधि

सभी सब्जियों को अच्छी तरह धोकर मोटे-मोटे टुकड़ों में काट लें। ध्यान रहे, सब्जियों को बहुत बारीक नहीं काटना है।

इसके बाद एक बड़े बर्तन या कड़ाही में देसी घी गर्म करें। उसमें हींग और जीरा डालकर तड़कने दें।

अब टमाटर और हरी मिर्च डालें। जब टमाटर थोड़ा नरम हो जाए, तो इसमें हल्दी और धनिया पाउडर डालकर 1 मिनट तक धीमी आंच पर भूनें।

फिर कटी हुई सारी सब्जियां मसाले में डाल दें। नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं।

अन्नकूट की खासियत है कि यह सब्जियों के अपने पानी में ही पकता है। इसे ढक दें और धीमी आंच पर 15 से 20 मिनट तक पकने दें।

आखिर में, जब सब्जियां गल जाएं, तो ऊपर से गरम मसाला और थोड़ा-सा अमचूर (या नींबू का रस) डालकर मिला लें।

बस फिर तैयार है आपका स्वादिष्ट और बिलकुल भंडारे जैसा अन्नकूट का प्रसाद।Govardhan Puja के लिए ऐसे बनाएं ‘अन्नकूट का प्रसाद

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