गुवाहाटी कॉन्सर्ट में 10 मिनट में बिगड़े हालात, विदेशी महिला संग बदसलूकी

इंस्टाग्राम क्रिएटर एम्मा (@discoverwithemma_) अपनी दोस्त अमीना के साथ ये सोचकर कॉन्सर्ट पहुंची थीं कि शाम शानदार बीतेगी। पर फिर जो हुआ, उसने इन सबको डरावने अनुभव में बदल दिया।
गुवाहाटी में हुए अमेरिकी रैपर पोस्ट मैलोन के कॉन्सर्ट में लोग म्यूजिक, मजा और धमाल की उम्मीद लेकर पहुंचे थे। लेकिन उसी भीड़ के बीच कुछ ऐसा हुआ कि एक विदेशी महिला की सारी खुशियां डर में बदल गईं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो ने लोगों को हिलाकर रख दिया है और एक बार फिर सवाल उठाए हैं कि आखिर भीड़ में महिलाओं की सुरक्षा कब सुनिश्चित होगी। तो आज की इस खबर में हम आपको इसी वीडियो के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इंस्टाग्राम क्रिएटर एम्मा, जिन्हें सोशल मीडिया पर @discoverwithemma_ नाम से जाना जाता है, अपनी दोस्त अमीना के साथ इस कॉन्सर्ट में आई थीं। दोनों सोचकर आई थीं कि यह रात यादगार बनने वाली है। लाइव म्यूजिक, चमकती लाइट्स और हजारों की भीड़, सब कुछ परफेक्ट लग रहा था। लेकिन जैसे ही वे भीड़ वाले हिस्से में पहुंचीं, माहौल अचानक अजीब होने लगा।
कॉन्सर्ट में विदेशी महिला के साथ हुई ऐसी हरकत
एम्मा ने इंस्टाग्राम पर जो वीडियो शेयर किया है, उसमें उनका गुस्सा साफ झलकता है। वे भीड़ की ओर मुड़कर चिल्लाते हुए कहती हैं, “अपने हाथ अपने पास रखो। घिनौना।” वीडियो देखकर पता चलता है कि भीड़ में धक्का-मुक्की के बीच कई लोग बदसलूकी कर रहे थे। सबसे परेशान कर देने वाला हिस्सा वीडियो के अंत में दिखता है, जहां एम्मा अपनी दोस्त को पकड़े हुए जोर-जोर से रो रही है। यह रोना सिर्फ दर्द का नहीं, बल्कि उस डर और अपमान का था जो उन्होंने भारी भीड़ में महसूस किया।
विदेशी महिला ने साझा किया दुख
एम्मा ने पोस्ट में लिखा कि जैसे ही वे भीड़ के अंदर आगे बढ़ीं, कुछ ही मिनटों में उन्हें और उनकी दोस्त को बिना अनुमति गलत तरीके से छुआ गया। हालात इतने खराब हो गए कि उन्हें सिर्फ 10 मिनट में ही वहां से बाहर निकलना पड़ा। दोनों पीछे वेंडर्स के पास जाकर खड़ी रहीं क्योंकि वहीं उन्हें थोड़ा सुरक्षित महसूस हुआ। उन्होंने लिखा, “दुख की बात है कि इस घटना की वजह से हम कॉन्सर्ट का आनंद ही नहीं ले पाए।”
महिला ने उठाया यह सवाल
भारत में कई बार भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों में होने वाली हरकतों को “भीड़ का धक्का” कहकर नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन एम्मा ने इस सोच को सख्ती से खारिज कर दिया। उनकी बात साफ थी। यह कोई नॉर्मल धक्का-मुक्की नहीं थी, बल्कि महिलाओं के साथ होने वाली बदसलूकी को हल्के में लेने की आदत का हिस्सा है। उन्होंने सवाल उठाया, “किसी महिला को म्यूजिक का मज़ा लेने और अपने शरीर की सुरक्षा करने में से एक क्यों चुनना पड़े?”





