गाजा में ट्रंप के शांति प्रयासों के बीच ऐसा क्यों बोले US विदेश मंत्री?

इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को रोकने के लिए ट्रंप ने शांति प्रयासों पर जोर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा संकट को खत्म करने के लिए 20 सूत्रीय शांति योजना की पेशकश की है।

माना जा रहा है कि जल्द ही मिडिल ईस्ट में शांति की स्थिति बहाल होगी। ट्रंप की ओर से पेश की गई शांति योजना के तहत हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा। हमास को अभी 48 बंधकों को रिहा करना है। इस बीच मेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो की प्रतिक्रिया सामने आई है।

क्या बोले अमेरिकी विदेश सचिव?
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने हमास के साथ हो रही बातचीत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मार्को रुबियो का कहना है कि यह कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं, है, बल्कि आतंकवादियों और खतरनाक लोगों से निपट रहे हैं। मार्को रुबियो ने दोनों पक्षों से शांति की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि बमबारी के बीच बंधकों को रिहा नहीं किया जा सकता है, इसलिए बमबारी को रोकना होगा।

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मार्को रुबियो ने लिखा कि हम किसी राजनीतिक आंदोलन से नहीं, बल्कि हत्यारों, बर्बर लोगों और आतंकवादियों से निपट रहे हैं। लेकिन हमें उम्मीद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बनाया गया गठबंधन है जो बंधकों की रिहाई और संघर्ष के समाधान के लिए हमारे साथ मिलकर काम कर रहा है।

ट्रंप पहले ही दे चुके हैं हमास को अल्टीमेटम
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हमास को अल्टीमटेम दिया था। डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि हमास को 20 पॉइंट शांति प्रस्ताव पर जल्द से जल्द विचार करना चाहिए। इसमें ज्यादा देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि बातचीत के बाद इजरायल पीछे हटने को तैयार हो गया है। हमने हमास को भी इसकी जानकारी दी है। हमास का जवाब मिलने के बाद तुरंत युद्ध विराम लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद बंधकों और कैदियों के लेन-देन की प्रक्रिय शुरू हो जाएगी। इसके बाद हम अगले चरण की शर्तें रखेंगे, जिसके बाद यह 3000 साल पुराना संघर्ष खत्म हो जाएगा।

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