गंभीर रोगों की 33 ड्रग जीएसटी मुक्त, घर बनाने का खर्च होगा कम

जीएसटी की नई दरें लागू होने जा रही हैं। इसके बाद सस्ती दवाओं से मरीजों को राहत मिलेगी, तो वहीं सीमेंट सस्ता होने से घर बनाने का खर्च भी कम हो जाएगा।

जीएसटी काउंसिल ने जीवनरक्षक 33 दवाइयों को जीएसटी मुक्त करने और 12 फीसदी जीएसटी के दायरे में आने वाली दवाओं को 5 फीसदी स्लैब में लाने की घोषणा की है। जीएसटी का नया स्लैब लागू होने पर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। सीमेंट पर भी 28 से 18 फीसदी जीएसटी होने की उम्मीद है। इससे लोगों के घर बनाने का खर्च भी कम होगा।

आगरा फार्मा एसोसिएशन के महामंत्री महेश अग्रवाल ने बताया कि 33 दवाइयों को जीएसटी मुक्त करने की घोषणा हुई है। ये जीवन रक्षक दवाएं हैं, इनमें सबसे ज्यादा कैंसर की दवाएं हैं। अन्य दवाओं पर 12-18 फीसदी जीएसटी वाली दवाएं 5 फीसदी जीएसटी के दायरे में आएंगी। ऐसा होने से मरीजों का इलाज कराना आसान हो जाएगा। आर्थिक भार कम पड़ेगा। आगरा सीमेंट थोक विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने बताया कि सीमेंट पर पहले 28 फीसदी जीएसटी लगता था। अब सरकार ने इसे 18 फीसदी स्लैब में रखने की घोषणा की है। इससे सीमेंट के दामों में कमी आएगी। इसका सीधा फायदा लोगों को मिलेगा, लोगों का घर, प्रतिष्ठान समेत अन्य निर्माण कार्यों पर खर्चा कम हो जाएगा।

उद्यम को मिलेगी गति, लोगों को राहत
उ.प्र. उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष गिरिराज अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी के दो स्लैब तय होने से हर उद्यम में तेजी आएगी। लंबे समय से व्यापारी जीएसटी कम करने की मांग कर रहे थे। घरेलू बाजार तेजी से बढ़ने से आर्थिक स्थिति और सुधरेगी।

उपभोक्ताओं को लाभ दिलाने के लिए निगरानी जरूरी
फेडरेशन ऑफ उद्योग व्यापार मंडल एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेश अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी दर कम होने से उत्पाद सस्ते होंगे। कई बार कंपनियां उत्पाद का वजन कम और कीमत बढ़ा देती हैं। जनता को लाभ दिलाने के लिए सरकार को सख्त निगरानी करवानी होगी।

इन संगठनों ने जताई खुशी
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने बेलनगंज में बैठक कर सरकार के निर्णय को क्रांतिकारी बताया। इसमें निर्मल जैन, दीपक शर्मा, राजकुमार गुरनानी, किशोर बुधरानी, मेघराज दियालानी, रामकुमार गोयल, अनुराग गोयल, शैलेश खंडेलवाल आदि मौजूद रहे।

  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, जिलाध्यक्ष मनोज अग्रवाल और प्रदेश सचिव निधि अग्रवाल ने जीएसटी की दो स्लैब को बड़ी सौगात बताया। इससे व्यापार, रोजगार बढ़ेगा। महंगाई में भी कमी आएगी।
  • आगरा होम्योपैथिक केमिस्ट फेडरेशन ने बैठक करते हुए ऐलोपैथी, आयुर्वेद और होम्योपैथी की दवाओं को सस्ती करने की घोषणा को मरीजों के लिए बड़ी राहत बताया। इसमें अध्यक्ष डॉ. आशीष ब्रह्मभट्ट, केके गर्ग, डॉ. भारत भूषण, गोपाल राठौर आदि मौजूद रहे।

डिब्बा बनाने वाले कागज पर भी एक समान 5 फीसदी जीएसटी लगे
आगरा पेपर पैकिंग एसोसिएशन ने डिब्बा बनाने वाले कागज को भी 5 फीसदी जीएसटी वाले स्लैब में शामिल करने की मांग की है। अध्यक्ष प्रदीप पुरी और महामंत्री बंटी ग्रोवर ने कहा कि डिब्बे पर 12 से घटाकर 5 फीसदी जीएसटी कर रही है, जबकि इसमें एक विसंगति भी जुड़ गई है। डिब्बा बनाने के लिए उपयोग होने वाले कागज पर जीएसटी 12 से बढ़ाकर 18 करने की घोषणा की है। ऐसे में सरकार कागज पर भी 5 फीसदी जीएसटी करें।
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