खत्म हो सकता है गहलोत सरकार का संकट, सचिन पायलट ने रखीं कुछ शर्तें
राजस्थान में लंबे चले सियासी ड्रामे के बाद अब गांधी परिवार सक्रिय हो गया है. सोमवार को सचिन पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की. गांधी परिवार के सदस्यों और सचिन पायलट की मुलाकात फिर से शाम 5.00 बजे होनी है. पायलट के साथ दूसरी मुलाकात से पहले अब गांधी परिवार अशोक गहलोत से बात कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक राजस्थान में सत्ता के नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर बगावती तेवर अख्तियार करने वाले सचिन पायलट के साथ सोमवार को पूरे गांधी परिवार की मीटिंग हुई. 14 अगस्त से शुरू होने वाले राजस्थान विधानसभा के सत्र से पहले सचिन पायलट, गांधी परिवार की पहल पर मुलाकात करने पहुंचे. सचिन पायलट ने इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी के सामने अपनी समस्याएं और शर्तें रखीं.
सचिन पायलट और गांधी परिवार की मुलाकात शाम 5.00 बजे फिर से होनी है. इससे पहले गांधी परिवार अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर रहा है. बताया जाता है कि सचिन पायलट ने गांधी परिवार के साथ बैठक के दौरान कुछ शर्तें रखीं. पायलट ने अशोक गहलोत के अलावा भविष्य में उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की सार्वजनिक घोषणा करने की मांग की.
पायलट की शर्त के मुताबिक अगर यह संभव नहीं हो पाया तो उनके गुट के दो वरिष्ठ नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए और अन्य को मंत्रिमंडल में जगह दी जाए या किसी बोर्ड, न्यास, निगम की कमान दी जाए. सचिन पायलट को दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव का पद दे दिया जाए. सचिन पायलट अपनी सम्मानजनक वापसी के लिए यह भी चाहते हैं कि कांग्रेस की ओर से सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की जाए कि राहुल गांधी की ओर से घोषणा पत्र में किए गए वादों को लागू करने की घोषणा की जाए.
राहुल बोले- दोनों पदों पर लौटिए
बगावती तेवर अख्तियार करने से पहले सचिन पायलट गहलोत सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर थे और प्रदेश कांग्रेस की कमान भी उन्हीं के हाथ में थी. बाद में पायलट को गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त करने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया था. अब राहुल गांधी ने बातचीत के दौरान सचिन पायलट से कहा है कि आप अपने दोनों पर लौटिए. राहुल ने पायलट से यह भी कहा कि सरकार के कामकाज के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सचिन पायलट के साथ आए सभी विधायकों से भी बात करने की इच्छा जताई.