तो इसलिए दक्षिण कोरिया पर भड़का उत्तर कोरिया, सामने आई ये डरावनी वजह…

अमेरिका और नॉर्थ कोरिया में तनातनी का एक और मोर्चा खुल गया है। अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में मध्यस्थता किए जाने से नॉर्थ कोरिया अपने पड़ोसी मुल्क साउथ कोरिया पर भड़क गया है। नॉर्थ कोरिया ने आगाह किया कि प्योंगयांग और वॉशिंगटन के बीच परमाणु वार्ता में साउथ कोरिया मध्यस्थता करना बंद कर दे। उसने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के उस बयान का भी खंडन किया कि दोनों कोरियाई देशों में बातचीत चल रही है।

सरकारी न्यूज एजेंसी KCNA ने विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी क्वोन जोंग गन के बयान के हवाले से गुरुवार को कहा, ‘वास्तविकता उलट है। साउथ कोरियाई अधिकारियों को अपने आतंरिक मामलों पर ध्यान देना चाहिए।’ इसके पहले बुधवार को साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून ने कहा था, ‘तीसरी शिखर वार्ता की तैयारी के मद्देनजर अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच अंदरखाने बातचीत चल रही है। दोनों कोरियाई देशों में भी कई चैनलों के जरिये बात भी हो रही है।’ लेकिन नॉर्थ कोरियाई अधिकारी ने इससे इन्कार कर दिया कि कोरियाई देशों में बातचीत चल रही है। उन्होंने अमेरिका के साथ अंदरखाने बात होने से भी इन्कार किया है।

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नॉर्थ कोरिया का यह बयान ऐसे समय आया है, जब कुछ दिन बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप साउथ कोरिया का दौरा करने वाले हैं। ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की गत फरवरी में दूसरी शिखर वार्ता हुई थी, लेकिन यह वार्ता विफल हो गई थी। तब से दोनों देशों में न्यूनतम संबंध है। हालांकि ट्रंप और किम के बीच हाल ही में पत्रों का आदान-प्रदान हुआ था।

साउथ कोरिया की रही अहम भूमिका नॉर्थ कोरिया 2018 की शुरुआत से शांति की पटरी पर आया और साउथ कोरिया के साथ अपने संबंधों को सुधारने का प्रयास किया। नतीजन किम और मून के बीच पिछले साल अप्रैल में शिखर वार्ता हुई। इसी से अमेरिका और नॉर्थ कोरिया की परमाणु वार्ता की जमीन तैयार हुई। ट्रंप और किम की पिछले साल जून में सिंगापुर में पहली शिखर वार्ता हुई थी। अब दोनों में तीसरी वार्ता होने की चर्चा है।

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