सावन के महीने की शुरुआत हो चुकी है। भोले के भक्त उन्हें खुश करने के लिए पूजा आराधना में लीन हैं। सावन के महीने को हरियाली का महीना भी कहते हैं। चारों तरफ हरियाली नजर आती है। ऐसे में शिव भक्त हरे रंग के कपड़े पहनकर उनकी उनकी पूजा करना शुरू करते हैं। साथ ही महिलाएं सावन में हरे रंग की चूड़िया पहनती हैं। इसका विशेष महत्व होता है। ऐसे में कई बार आपके मन में सवाल उठता है कि आखिर क्यों सावन में हरे रंग का इतना ज्यादा महत्व है।
ज्योतिष में बताया गया है कि हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक है। मान्यता के अनुसार हरा रंग पहनने से हमारा भाग्य मजबूत होता है। संतान और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सुहागिन औरतें हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनती हैं ताकी उनके शादीशुदा जीवन में खुशहाली बनी रहे।
हरे कांच की चूड़ियां शादीशुदा महिलाओं के लिए शुभ मानी जाती है। इस रंग को पहनने से आपको सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद मिलता है।
भोलेनाथ को जंगल में रहकर तपस्या करना अच्छा लगता था इसलिए उन्हें योगी भी कहा जाता है। जगंलो की हरियाली से शिवजी को काफी लगाव है। महिलाएं हरे रंग का वस्त्र पहनकर अगर पूजा करती है तो भोलेनाथ मनचाहा वरदान देते हैं।