क्यों नही पहुंचे मौके पर तहसीलदार, एसडीएम को भनक तक नहीं….
बीते शनिवार को शौचालय टैंक में डूबे तीन वर्षीय बच्चे के मामले को लेकर सरकारी मशीनरी का हाल अजब है। यहां तक कि एसडीएम को तीन दिन बाद भी घटना की जानकारी तक नहीं है। वहीं मौके पर तत्काल जाने की बात कहने वाले तहसीलदार तीन दिन बाद भी नहीं पहुंचे।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मलौना चाइन पुरवा निवासी रामइंदर का तीन वर्षीय पुत्र दद्दन शनिवार को खेलते हुए शौचालय टैंक के पास पहुंच गया। जहां टैंक में पानी भरकर उसमें मछलियां पाली गई थीं। टैंक के ऊपर स्लैब न पड़ी होने से उसी में गिरकर दद्दन की मौत हो गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस से ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों ने सांठगांठ करके अपने बचाव में घटना को नया मोड़ दे दिया। पंचनामे में बच्चे को तालाब में डूबना दिखा दिया। जागरण प्रतिनिधि ने तहसीलदार से घटना के संबंध में उनका पक्ष जाना तो उन्होंने मामले को गंभीर बताते हुए तत्काल मौके पर जाने की बात कही। मगर तीन दिन बाद भी वह मौके तक नहीं गये। सोमवार को जब तहसीलदार मिश्री सिंह चौहान से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि मलौना की घटना के दिन वह एक जरूरी मामले की तैयारी कर रहे थे। ऊपर से मतगणना व अन्य कार्यों में व्यस्तता के कारण मौके पर नहीं जा सके। नायब तहसीलदार को भेजा जा रहा है। एसडीएम रमाकांत वर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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पुलिस का नाम हटाओ तब तहरीर लाओ
– ग्राम मलौना के चाइन पुरवा में बच्चा डूबने के मामले में पीड़ित रामइंदर रविवार की शाम कोतवाली में तहरीर देने गया था। पुलिस ने सुबह आने की बात कहकर उसे वापस कर दिया। रामइंदर के अनुसार सोमवार को वह कोतवाली गया तो एक दरोगा ने गाली दी। उन्होंने कहा कि पुलिस का नाम हटाकर तहरीर लाओ तब मुकदमा दर्ज होगा। तब तक कोतवाल मौके पर पहुंच गए और तहरीर लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। कोतवाल राजेश सिंह ने बताया कि वह कार्रवाई नहीं चाहता है। कुछ लोगों ने उसे उकसाकर कोतवाली तहरीर देने के लिए भेजे थे।





