कोरोना से बिगड़े हालातों के बीच सरकार का बड़ा फैसला, इतने किश्तों में कटेगी सरकारी कर्मचारियों की 1 महीने की सैलरी

देश इस वक्त कोरोना संक्रमण से बिगड़े हालातों का सामना कर रहा है। लगभग एक महीने से पूरे देश की रफ्तार थम सी गई है। इसके चलते कई राज्यों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने लगी है। यही वजह है कि राज्य सरकारें अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर रही हैं। इसी कड़ी में अब केरल राज्य का नाम भी जुड़ गया है। केरल सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों के 1 महीने के वेतन की कटौती की जाएगी। सरकार यह कटौती 5 महीनों की किश्तों में करेगी। इस संबंध में कैबिनेट मीटिंग में पेश किया गया प्रस्ताव पास हो गया है। हालांकि राहत वाली बात ये है कि सरकार द्वारा काटे गए इस एक महीने के वेतन को एक निश्चित समय के बाद वापस लौटा (Reimburse) कर दिया जाएगा।

सरकार ने लिया यह फैसला
कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के बाद केरल सरकार भी आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। ऐसे में वित्त विभाग की ओर से कैबिनेट में प्रस्ताव रखा गया था जिसमें हर कैटेगरी के सरकारी कर्मचारियों की 6 दिन की तनख्वाह को 5 महीने तक काटने का सुझाव दिया गया था। ऐसे में पांच महीनें में हर कर्मचारी की 30 दिन की सैलरी कटौती हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है। संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री इसकी घोषणा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि सरकार कर्मचारी की काटी गई सैलरी को बाद में चरणबद्ध तरीके से लौटाएगी।
पेंशनर्स से नहीं होगी कटौती
सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों की 5 किश्तों में एक महीने की सैलरी कटौती होगी। हालांकि सरकार ने इससे पेंशनर्स को राहत दी है। इस बीच Pro Left Service संस्थाओं ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है वहीं विपक्षी सर्विस ऑर्गेनाइजेशन्स ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है।
तेलंगाना से हुई थी शुरुआत
सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने वाला सबसे पहला राज्य तेलंगाना था। तेलंगाना सरकार ने कर्मचारियों के स्लैब बनाकर 75 फीसदी तक वेतन में कटौती कर दी थी। इसके बाद महाराष्ट्र फिर पंजाब सरकार ने भी वेतन में कटौती की थी। वहीं आंध्र प्रदेश की सरकार ने कर्मचारियों का मार्च महीने का वेतन रोक लिया था।