कोटा: जिला कलेक्टर अचानक पहुंचे पीडब्ल्यूडी कार्यालय, अधिकारियों की लगाई क्लास

कोटा जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने सोमवार को अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया और बजट घोषणाओं के तहत चल रहे कार्यों एवं प्रस्तावित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। समारिया ने पीडब्ल्यूडी अभियंताओं को कार्य की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए समय पर प्रोजेक्ट पूरे करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर को पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा में कुल 14 कार्य हैं जिनमें से 11 कार्य चल रहे हैं एवं इस वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएंगे। इनमें 7 सड़क निर्माण, 4 पुलिया, 2 आरओबी एवं 1 डीपीआर बनाने कार्य है। वर्ष 2025-26 की बजट घोषणा में कुल 18 कार्य हैं। इनमें से 17 कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है और इनकी निविदा प्रक्रियाधीन है। एक डीपीआर बनाने कार्य था जो पूर्ण कर लिया गया है।
बैठक में जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एवं अटल प्रगति पथ के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पीएमजीएसवाई के अंतर्गत दो पुलिया एवं 5 सड़क निर्माण कार्य शामिल हैं, जिनमें से 6 कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। इसके अलावा दो नए कार्य स्वीकृत किए गए थे जो प्रगतिरत् हैं। वर्ष 2025-26 की बजट घोषणा में अटल प्रगति पथ के 14 कार्य स्वीकृत किए गए थे जिनमें से 4 कार्यों की निविदा आमंत्रित की जा चुकी है।
जिला कलेक्टर ने जिले में चल रहे अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की प्रगति के बारे में भी चर्चा की और कार्यों को तय समय पर पूरा करने निर्देश दिए। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि इंद्रगढ़-ढीपरी-रजोपा-सहनावदा-ललितपुर स्टेट हाईवे 120 पर गोठड़ा कलां में 256 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुल निर्माण की निविदा आमंत्रित कर ली गई है जो जुलाई माह में खोली जाएगी। अगस्त माह में इसके कार्यादेश जारी किए जाने की संभावना है। परियोजना के तहत 4.80 किलोमीटर में से 1.88 किलोमीटर ब्रिज का हिस्सा होगा। इसके अलावा सवाई माधोपुर-कोटा एमडीआर 51 पर झरेल के बालाजी के पास 165 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुलिया निर्माण कार्य प्रगतिरत् है जो मार्च 2026 तक पूर्ण होने की संभावना है। इसमें ब्रिज की लंबाई 1.88 किलोमीटर है।