कैसे Shreyas Iyer के एक फैसले ने लखनऊ का कर दिया बेड़ा गर्क, हेड कोच Ricky Ponting ने किया खुलासा

पंजाब किंग्स के हेड कोच रिकी पोंटिंग ने कप्तान श्रेयस अय्यर को लखनऊ के खिलाफ मिली जीत का क्रेडिट दिया। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए लखनऊ बनाम पंजाब के मैच में श्रेयस की कप्तानी वाली टीम को 37 रन से जीत मिली।
इस जीत के बाद पंजाब की टीम अंक तालिका पर दूसरे स्थान पर पहुंची। इस मैच में मिली जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पोंटिंग ने श्रेयस अय्यर के उस फैसले के बारे में बताया, जिससे लखनऊ की टीम को मैच में हार का सामना करना पड़ा।
Ricky Ponting ने Shreyas Iyer की तारीफ की
दरअसल, पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ खेले गए मैच में जोश इंग्लिस को नंबर-3 पर भेजने का फैसला लिया, जो कि टीम के बेहद काम आया। इंग्लिश ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए 14 गेंदों में 30 रन बनाकर पावरप्ले में शानदार खेल दिखाया और पंजाब की टीम का आगे का रास्ता आसान कर दिया।
मैच में मिली जीत के बाद पंजाब किंग्स के हेड कोच रिकी पोटिंग ने श्रेयस अय्यर की इस रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जोश को जल्दी भेजने का उनका फैसला था। रिकी ने आगे कहा,
“यह फैसला अय्यर का था कि इंग्लिस को नंबर 3 पर भेजा जाए। उसने सोचा था कि उस तरह की पिच और उस गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अगर विकेट जल्दी गिरता है तो इंग्लिस को बल्लेबाजी के लिए भेजा जाए। हमें पता था कि मयंक नई गेंद से गेंदबाजी करेंगे। मयंक आमतौर पर छोटी गेंद करते हैं और इंग्लिस छोटी गेंद पर प्रहार करने में माहिर हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के दौरान जो पुल शॉट मारे, वह कमाल का था।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पोंटिंग ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने एलएसजी के खिलाफ मैच में प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्य में से कम से कम एक को शतक बनाने का चैलेंज दिया था। पोंटिंग ने कहा,
“प्रभसिमरन और प्रियांश ने हमें टूर्नामेंट में कुछ बेहतरीन शुरुआत दिलाई है। हमने शानदार बल्लेबाजी की। अजमतुल्ला नंबर 9 और हमारे टॉप ऑर्डर ने निडर के साथ बल्लेबाजी की। पावरप्ले में हमने जब 70 रन बना लिए तो सारा मोमेंटम हमारी ओर था। प्रियांश शतक के करीब तक पहुंचे भी और उनका प्रदर्शन कमाल का रहा।”
बता दें कि इस जीत के बाद पंजाब किंग्स ने अंक तालिका पर दूसरे स्थान पर छलांग लगाई, जबकि लखनऊ की टीम 7वें पायदान पर खिसकी।