कैमिकल फैक्ट्री की आड़ में ड्रग्स का कारोबार, 12000 करोड़ का ड्रग बरामद

मुंबई पुलिस ने ठाणे में करोड़ों के ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। मीरा रोड पुलिस ने भारी मात्रा में एमडी (मेफेड्रोन) जब्त की है। तेलंगाना की एक फैक्ट्री में ड्रग्स बनाए जाते थे। यह ड्रग्स मुंबई भेजे जाते थे। पुलिस ने 1 महीने की निगरानी के बाद 60 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की और 12 लोगों को हिरासत में लिया है।
मुंबई पुलिस ने तेलंगाना एक बड़े ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। ठाणे की मीरा रोड स्थित पुलिस ने भारी मात्रा में एमडी (मेफेड्रोन) बरामद की है, जिसकी कुल कीमत 12,000 करोड़ रुपये आंकी गई है।
अधिकारियों के अनुसार, तेलंगाना की एक फैक्ट्री पर ड्रग्स बनाए जाते थे। जब पुलिस ने उस जगह पर छापेमारी की, तो ड्रग्स बनाने वाला 35,000 लीटर कैमिकल भी बरामद किया गया। जांच में पता चला है कि इस फैक्ट्री में पिछले कई सालों से ड्रग्स बनाया जा रहा था।
मुंबई भेजे जाते थे ड्रग्स
यह ड्रग्स फैक्ट्री में तैयार किए जाते थे और फिर स्थानीय आरोपियों और एजेंट्स के द्वारा यह ड्रग्स मुंबई भेजे जाते थे। कैमिकल फैक्ट्री के नामपर इस जगह बड़े पैमाने पर ड्रग्स का कारोबार हो रहा था।
1 महीने की निगरानी के बाद छापेमारी
अनुमान के अनुसार, अब तक हजारों किलोग्राम मेफेड्रोन नामक ड्रग्स बनाकर बाजार में सप्लाई किए जा चुके हैं। मुंबई पुलिस ने टिप के आधार पर मिया भयंदर पुलिस, वसाई विरार पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर पिछले 1 महीने से इस पूरे प्रकरण पर नजर रखी थी। जानकारी पुख्ता होने के बाद पुलिस ने 60 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की।
12 लोग हिरासत में
पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया है। महिला का नाम फातिमा मुराद शेख अलियास मोल्लाह है, जिसकी उम्र 23 वर्ष के आसपास है। आरोपी महिला के पास 24 लाख रुपये के ड्रग्स भी बरामद हुए हैं।
कौन है मुख्य आरोपी?
वहीं, इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी एक आईटी एक्सपर्ट है, जो कैमिकल फैक्ट्री के नाम पर इसका दुरुपयोग कर रहा था। इस ड्रग रैकेट में विदेशियों के भी शामिल होने की आशंका है। पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।