केवल सांसारिक सुख प्रदान कर सकता है आधुनिक विज्ञान: स्वामी अधोक्षजानंद
कुम्भ नगर (प्रयागराज)। कुम्भ मेला प्रयागराज में सेक्टर-9 शंकराचार्य मार्ग स्थित भृगुगिरी आश्रम गुवाहाटी के शिविर में दो दिवसीय आध्यात्मिक संगोष्ठी आयोजित की गई है। जिसका विषय है- विज्ञान, प्रज्ञान, धर्म।
संगोष्ठी का शुभारम्भ गोवर्धन भक्तपुरी के शंकराचार्य अनन्तश्री विभूषित स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ जी महाराज के द्वारा किया गया।
संगोष्ठी का आयोजन श्री श्री भृगुगिरी महाराज, श्री श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर गुवाहाटी, मंदिर आश्रम द्वारा किया गया है। संगोष्ठी में MNIT इलाहाबाद, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के भौतिक, गणित व संचार विभाग तथा IIIT इलाहाबाद के छात्र उपस्थित रहे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए अधोक्षजानंद देवतीर्थ जी महाराज ने कहा कि आधुनिक विज्ञान द्वारा विकसित समस्त साधन केवल सांसारिक सुख-सुविधा प्रदान कर सकते हैं क्योंकि यह अधूरा ज्ञान है, जोकि हमारे वेदों का ही भाग है, विज्ञान की मूल खोज अभी बाकी है।
स्वामी जी ने कहा कि प्रज्ञान उससे भी बड़ा विषय है जिसकी खोज होना बाकी है। प्रज्ञान की खोज ऋषि-मुनि के द्वारा ही संभव है। स्वामी जी ने श्री श्री भृगुगिरी महाराज जी के प्रयासों की सराहना भी की।