केरल तट पर डूबा लाइबेरियाई जहाज, कंटेनर बहकर पहुंचे किनारे

केरल तट पर लाइबेरियाई कार्गो जहाज के डूबने के बाद उसके कंटेनर बहकर तट पर आने लगे हैं। अब तक नौ कंटेनर तट पर पहुंच चुके हैं। ये कंटेनर दक्षिण कोल्लम और अलपुझा के तटों पर मिले हैं। हालांकि, इनमें कोई भी कैल्शियम कार्बाइड वाला कंटेनर शामिल नहीं है। फैल रहे तेल रिसाव के चलते अधिकारियों ने तट पर हाई अलर्ट जारी किया है।

ईंधन लगभग तीन किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बह रहा है और जल्द ही पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील केरल तट को प्रभावित कर सकता है। तटीय निवासियों और मछुआरों से अपील की गई है कि वे तट पर पाए गए किसी भी असामान्य वस्तु या कंटेनर को न छुएं, न नजदीक जाएं।

जहाज पर 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल

सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां से गुजरने वाले सभी जहाजों के मार्ग बदल दिए गए हैं। यह जहाज रविवार सुबह डूब गया था। जहाज में 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल था। कुछ कंटेनर खतरनाक पदार्थों जैसे कैल्शियम कार्बाइड ले जा रहे थे।

यह रासायनिक पदार्थ है, जो समुद्री जल के साथ प्रतिक्रिया कर अत्यधिक ज्वलनशील एसीटिलीन गैस बनाता है। जहाज से ईंधन का रिसाव हो गया है। रिसाव को न्यूट्रलाइज करने के लिए एक विमान का उपयोग किया जा रहा है। तीन जहाज विक्रम, सक्षम, और समर्थ इस क्षेत्र में तैनात हैं। यह रिसाव का पता लगाने के लिए इन्फ्रारेड कैमरों का उपयोग कर रहे हैं। इसे फैलने से रोकने का प्रयास जारी है। हालांकि, खराब मौसम के कारण परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है।

Back to top button