दिल्ली-एनसीआर आज (7 नवंबर) सुबह से ही जहरीली धुंध की चादर में लिपटा हुआ है। हालांकि अब धुंध में सुबह से कुछ सुधार हुआ है लेकिन स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने दिल्ली सरकार से स्कूलों को बंद करने तक की अपील की है। धुंध के कारण सुबह के वक्त विजिबिलिटी लगभग 200 मीटर रही जिसकी वजह से दर्जनों ट्रेन और फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं। वहीं केजरीवाल ने दिल्ली को गैस चेंबर करार दिया है।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में ऐसी स्थिति सोमवार शाम से ही बनी हुई है। धुंध की वजह से सोमवार को विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर तक पहुंच गई थी और आज तो और भी बदतर हालात हैं।दिल्ली के कई इलाकों में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर तक पहुंच गई है। जानकारों का मानना है कि अगले 4-5 दिन तक यह स्थिति बनी रहेगी।
प्रदूषण की इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर दिल्ली को गैस का चेंबर करार दिया है। उन्होंने लिखा है, दिल्ली गैस चेंबर बन गया है। साल के इस भाग में हर बार ऐसा होता है। हमें दिल्ली से सटे राज्यों में जलाई जाने वाली पराली का समाधान ढूंढना होगा।
वहीं दिल्ली में 19 नवंबर को होने वाले एयरटेल हाफ मैराथन को रद्द करने के लिए आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पत्र लिखा। इस पत्र में एसोसिएशन ने बेहद खराब अवस्था में पहुंच चुके वायु प्रदूषण का हवाला दिया है। इसके साथ ही आईएमए ने दिल्ली को स्वास्थ्य के हिसाब से इमरजेंसी के दौर में बताया है। उन्होंने अपील की है कि स्कूल बंद कर दिए जाएं और लोग बाहर ना निकलें।
वहीं आज स्मॉग के कारण ही दिल्ली के हवाई अड्डे पर 20 से ज्यादा फ्लाइट्स देरी से उड़ी या उड़ने में समस्या का सामना किया। हालांकि इसका एक कारण एक रनवे का बंद होना भी है।
इसके साथ ही आज एनजीटी ने कहा कि दिल्ली में इस वक्त इमरजेंसी की स्थिति है। ट्रिब्यूनल ने यूपी, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सरकार से बचाव के लिए क्या किया जा रहा है इस पर जवाब मांगा है। यह जवाब सरकारों को 9 नवंबर तक देना है।