केजरीवाल ने बिजली कंपनियों को पहुंचाया करोड़ों का मुनाफा: मनोज तिवारी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आने वाले दिनों में दिल्लीवालों को बिजली बिल के साथ देने वाले फिक्स चार्ज पर राहत देने की बात कही थी. केजरीवाल ने कहा था कि वो अगले महीने बिजली कंपनियों से जनता के लिए फिक्स चार्ज को घटाने की मांग करेंगे, जिससे दिल्लीवालों को अपने बिजली बिल में बड़ी कमी देखने को मिलेगी. पर दिल्ली बीजेपी ने केजरीवाल के इस ऐलान पर उल्टा हमला किया है. बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली हाफ पानी माफ के नारे के साथ दिल्ली की सत्ता में आए अरविंद केजरीवाल अब बिजली के फिक्स चार्ज बढ़ाकर बिजली कंपनियों के साथ मिलकर दिल्ली के लोगों को लूट रहे हैं.
केजरीवाल के ऐलान पर कड़ी प्रतक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि पिछले साल जब दिल्ली सरकार ने फिक्स चार्ज बढ़ाए थे तब भी हमने आपत्ति दर्ज कराते हुए यह बताया था कि बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए केजरीवाल जानबूझ कर फिक्स चार्ज बढ़ा रहे हैं. दिल्ली बीजेपी ने और दिल्ली की तमाम आरडब्लूए ने इसका विरोध पिछले साल भी किया था, लेकिन केजरीवाल सरकार ने मनमाना रवैया अपनाते हुए दिल्ली की जनता को ठगने का काम किया.
बिजली कंपनियों को हजारों करोड़ के फायदे का आरोप
दिल्ली बीजेपी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज़ में ये दावा किया गया है कि फिक्स चार्ज बढ़ने के बाद लगभग 5 हजार करोड़ का फायदा बिजली कंपनियों को इस साल हुआ है. बीजेपी दिल्ली अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि बिजली कंपनियों की केजरीवाल सरकार के साथ मिलीभगत के चलते दिल्ली में फिक्स चार्ज बढ़े हैं जिसके कारण लोगों को मंहगी बिजली दी जा रही है. महंगी बिजली के कारण लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है. ऐसे में बीजेपी ने केजरीवाल सरकार से फिक्स चार्ज के नाम पर इकठ्ठा किए गए लगभग 5 हजार करोड़ दिल्ली की जनता को जल्द से जल्द रिफंड करने की मांग की है.
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चुनावों को लेकर घोषणाएं कर रहे हैं केजरीवाल- बीजेपी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बेहद तीखी टिप्पणी करते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए हर दिन नई मुफ्त योजना वाली घोषणा करने वाले केजरीवाल जनता के लिए अभिशाप बन चुके हैं.
बिजली के फिक्स चार्ज को और भी अधिक बढ़ाया जाता, क्योंकि 6-8 महीने के बाद विधानसभा चुनाव है इसलिए केजरीवाल सरकार दिल्ली वालों के सामने एक नए तरीके का ड्रामा रच रही है. हालांकि दिल्ली बीजपी की ओर से ये दावा किया गया कि अरविंद केजरीवाल की इन घोषणाओं के बाद दिल्लीवालों पर कोई असर नहीं होगा और दिल्ली वाले अगले छह महीने बाद दिल्ली की कुर्सी से केजरीवाल को हटा देंगे.