कृष्णा राज कपूर की वजह से बदला था ‘बॉबी’ फिल्म का क्लाइमेक्स
राज कपूर की पत्नी और कपूर खानदान में राज कपूर की जनरेशन की आखिरी सदस्य कृष्णा राज कपूर का सोमवार की सुबह देहांत हो गया। ऋषि कपूर के बेटे रणबीर कपूर अपनी दादी कृष्णा राज कपूर के बेहद करीबी थे। वो उनके लाड़ले पोते थे और दोनों में गहरा जुड़ाव भी था।
कुछ दिनों पहले ही रणबीर ने अपनी दादी से जुड़ी कई बातें शेयर की थी। उन्होंने बताया था कि जब उनके घर का रिनोवेशन हो रहा था, तो वह अपनी दादी के घर पर लगभग एक साल से ज्यादा रहे थे और उनका पूरा प्यार हासिल किया था। रणबीर कपूर कहते हैं कि जितना उन्हें फिल्मों का ज्ञान नहीं होगा, उससे अधिक फिल्मों से लगाव तो उनकी दादी कृष्णा राज कपूर को था
रणबीर ने इस बारे में कहा था कि जाहिर है कि वह दादाजी के काम से लंबे समय से जुड़ी रही थीं तो उन्होंने तो फिल्मों का वह दौर देखा है, जब हम थे भी नहीं और हिंदी सिनेमा एक अलग ही रूप और आकार ले रहा था।रणबीर कपूर ने एक दिलचस्प बात यह बताई थी कि कृष्णा राजकपूर आज भी अपने पोतों-पोतियों की सारी फिल्में देखती हैं और थियेटर में ही देखती हैं। रणबीर की तो उन्होंने सारी फिल्में देखी हैं। रणबीर बताते हैं कि दादा राज कपूर की कृष्णा राजकपूर एक खास दर्शक होती थीं और क्रिटिक भी। राज कपूर जब फिल्में बनाते थे, तो वह कृष्णा को रोज रात में उठा कर आरके स्टूडियो लेकर जाते थे। रणबीर ने कहा था कि, दादाजी हमेशा ही दादी की राय जरूर सुनते थे और वह उन्हें अपनी सारी फिल्में जरूर दिखाते थे। उनकी सलाह जरूर लेते थे।
रणबीर दिलचस्प बात यह भी बताते हैं कि जब राजकपूर ने दादी कृष्णा को बॉबी फिल्म दिखाई थी। अभी फिल्म बन ही रही थी, तो फिल्म का जो क्लाइमेक्स था पहले कि ऋषि कपूर और डिंपल कहानी में मर जाते हैं। फिल्म देखने के बाद कृष्णा राज कपूर का रिएक्शन था कि अगर पूरी फिल्म में इतना कनफ्लिक्ट है, दोनों लवर्स एक दूसरे से मिलने के लिए बेताब हैं और मशक्कत कर रहे हैं और फिर अगर दोनों मर जाते हैं तो मैं फिल्म देखूंगी ही क्यों! तो दादा राज कपूर ने एक आॅडियंस के रूप में उनकी बात समझी थी। इसलिए रणबीर मानते हैं कि कृष्णा राज कपूर एक दर्शक के रूप में हमेशा आॅनेस्ट रिएक्शन ही देती हैं। वह आम जनता की नजर से सिनेमा देखती हैं