किसानों के लिए अच्छी खबर: फसल अवशेष प्रबंधन होगा आसान

फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किसानों को प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फार इन-सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्राॅप रेज्ड्यू और सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन योजनाओं से दो किसानों को एग्रीगेटर के रूप में अनुदान पर कृषि यंत्र दिए जाएंगे। इनमें बेलर मशीन, ट्रैक्टर व ट्रॉली आदि होंगे। इससे किसान फसल अवशेष को सीबीजी प्लांट और अन्य बायोमॉस इकाई पर भेज सके। इसके लिए इच्छुक किसान 20 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं।
कृषि उपनिदेशक मुकेश कुमार ने बताया कि जनपद के सभी विकास खंडों पर स्थापित एफपीओ और उसके कृषक सदस्यों को दोनों योजना से लाभ दिया जाएगा। इसमें आवेदकों का एफपीओ का सदस्य होना जरूरी है। साथ ही उन्होंने पहले यंत्रों पर अनुदान का लाभ न लिया हो। उन्होंने बताया कि लाभार्थी फसल अवशेष प्रबंधन योजना से कस्टम हायरिंग सेंटर की 30 लाख की परियोजना पर 80 फीसदी अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वहीं एफपीओ से अधिकतम दो शेयर होल्डर कृषक सदस्यों को एसएमएएम योजना से व्यक्तिगत कस्टम हायरिंग सेंटर परियोजना 10 लाख पर 40 फीसदी का अनुदान मिलेगा।





