किम जोंग की तस्वीर नहीं, आग से अपने बच्चे की बचाई जान, अब मिलेगी ये सजा
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग की तानाशाही दुनिया भर में चर्चित है। इसी कड़ी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक महिला को इसलिए सजा दी जा रही है क्योंकि उसके घर में आग लगी तो उसने किम जोंग की तस्वीर को ना बचाकर बच्चे को आग से बचा लिया।
दरअसल उत्तर कोरिया में सभी नागरिकों को अपने घर में किम जोंग की तस्वीर लगाना अनिवार्य है। आरोपी महिला उत्तरी हैमयोंग प्रांत के ऑनसॉन्ग में अपने परिवार के साथ रहती है, साथ में ही एक और परिवार रहता है।
इस दौरान अचानक आग लग जाने से दोनों परिवार के सदस्य घर के बाहर आ गए। लेकिन इस दौरान वे उन तस्वीरों को जलने से बचा नहीं पाए। इसके बाद उस महिला को आरोपी बनाया गया है। हालांकि महिला के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
महिला पर आरोप है कि घर की आग से किम इल-सुंग और किम जोंग की तस्वीर के बजाय अपने बच्चों को बचाया। अब महिला को सजा दी जाएगी। उस पर ‘पॉलिटिकल क्राइम’ का आरोप है।
मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्युरिटी इस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि उसे जेल जाना पड़ेगा।
यह पहला मामला नहीं है जब किम जोंग की तस्वीरों में आग लगी है, ऐसे कई मामले सामने आए हैं। हालांकि आग से बचाने लोगों को सम्मानित भी किया जा चुका है।
एक बार उत्तर कोरिया में ही एक घर में आग लगी थी और उस घटना में कुछ बच्चों की मौत इसलिए हो गई थी, क्योंकि वे उनकी तस्वीरों को बचाना चाहते थे। जब उनकी लाश मिली तो वह अपने हाथ में उनकी तस्वीर पकड़े हुए थे।
ऎसी ही एक घटना 2012 में सामने आई थी, जब एक लड़की अपने घर में मौजूद तस्वीर को बचाने के लिए बाढ़ में फंस गई थी। इस दौरान उसकी बाढ़ में ही मौत हो गई। बाद में उसे किम जोंग-इल यूथ ऑनर ऑवर्ड से सम्मानित किया गया था। इतना ही नहीं उसके स्कूल का नाम भी उसके नाम पर रख दिया गया था।
उत्तर कोरिया में एक कानून के मुताबिक किम परिवार के सभी सदस्यों को सम्मान देना और उनके पोर्ट्रेट लगना अनिवार्य है। यदि कोई इसकी देखभाल नहीं कर पाटा है तो उसे पॉलिटिकल क्राइम माना जाता है और उसकी सजा दी जाती है।
उत्तर कोरिया में नियमों के अनुसार, किम परिवार के सभी चित्रों को उसी श्रद्धा के साथ रखा जाना चाहिए जैसे कि अपने घर में खुद की तस्वीर की देखभाल की जाती है।