किम के बाद बेटी जू बन सकती हैं सत्ता की दावेदार

किम जोंग उन चीन के सैन्य परेड में शामिल होने गए तो अपनी बेटी किम जू ए को भी साथ ले गए। विदेश के किसी कार्यक्रम में जू ए की यह पहली मौजूदगी थी। नवंबर 2022 में वह पहली बार अपने पिता के साथ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखीं थी।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन एक ऐसी शख्सियत हैं जिनके आसपास की दुनिया हमेशा रहस्यमयी बनी रहती है। वहां की अंदरुनी राजनीति के बारे में भी बाहरी दुनिया को बहुत कम जानकारी होती है। यहां की सत्ता केवल किम परिवार के हाथों में ही रही है। उत्तर कोरिया के मौजूदा नेता किम जोंग उन इसी परंपरा को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं। अटकलें लगाई जाने लगी हैं कि उनके बाद उत्तर कोरिया की सत्ता उनकी बेटी किम जू ए के हाथों में होगी। इन अटकलों को इस बात से और बल मिला कि किम जोंग उन चीन के सैन्य परेड में शामिल होने गए तो अपनी इस किशोर बेटी को भी साथ ले गए।
विदेश के किसी कार्यक्रम में जू ए की यह पहली मौजूदगी थी। नवंबर 2022 में वह पहली बार अपने पिता के साथ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखीं थी। यह वह समय था जब उत्तर कोरिया ने अपनी सबसे बड़ी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण का सफल प्रदर्शन किया था। परीक्षण स्थल पर किम जोंग बेटी का हाथ पकड़े दिखे थे। उसके बाद से जू अपने पिता के साथ देश में ही कई महत्वपूर्ण और समारोहों में दिखती रही हैं।
परिवार की चौथी पीढ़ी की नेता होंगी
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की यात्रा से किम जोंग अपनी बेटी को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाकर भविष्य की दिशा तय कर रहे हैं। वह यह संदेश देना चाहते हैं कि सत्ता आगे भी परिवार में ही रहेगी। अगर ऐसा होता है तो वह परिवार की चौथी पीढ़ी की नेता होंगी। हालांकि, पुरुष प्रधान देश में किसी महिला को नेता के रूप में स्वीकारना आसान नहीं होगा। किम जोंग की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर कई बार रिपोर्टें आ चुकी हैं। यदि अचानक कोई संकट आता है तो इतनी छोटी उम्र में बेटी का नेतृत्व करना संभव नहीं होगा और सत्ता पर आंतरिक संघर्ष शुरू हो सकता है।