किन्हें कहते हैं ‘नेटफ्लिक्स पेरेंट्स’ और जानें क्यों अब घरों में तेजी से बढ़ने लगा है ये ट्रेंड

क्या आप जानते हैं नेटफ्लिक्स पेरेंट्स (Netflix Parents) किसे कहा जाता है? अगर आप इस शब्द का मतलब नहीं जानते तो कोई बात नहीं। दरअसल इस शब्द का मतलब OTT के बढ़ते चलन से है। इंटरनेट और OTT प्लेटफॉर्म का एक्सेस आसान होने की वजह से यह ट्रेंड बढ़ रहा है। आइए जानें किन्हें कहते हैं नेचफ्लिक्स पेरेंट्स।

आपको वो दौर याद होगा OTT प्लेटफॉर्म्स आने से पहले घर के सभी सदस्य मिलकर टीवी पर आ रही कोई फिल्म या सीरियल साथ बैठकर देखते थे। यह एक तरह से फैमिली बॉन्डिंग टाइम होता था। लेकिन जैसे-जैसे इंटरनेट एक्सेस आसान होता गया और OTT प्लैटफॉर्म्स का दबदबा बढ़ना शुरू हुआ, साथ बैठकर टीवी देखने का ट्रेंड कम होने लगा।

लेकिन अब धीरे-धीरे फिर से यह शुरू हो रहा है, लेकिन इसका तरीका थोड़ा बदल चुका है। क्योंकि अब नेटफ्लिक्स पेरेंट्स (Netflix Parents) तस्वीर में आ चुके हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये नेटफ्लिक्स पेरेंट्स कौन हैं? आइए जानें किन्हें नेटफ्लिक्स पेरेंट्स कहा जा रहा है और क्यों यह ट्रेंड बढ़ रहा है।

नेटफ्लिक्स पेरेंट्स कौन हैं?
ये 30 से 50+ उम्र के वे माता-पिता हैं जो टेक्नोलॉजी से डरते नहीं, बल्कि उसे अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। ये वो पेरेंट्स हैं, जो व्हाट्सएप पर वायरल मैसेज फॉरवर्ड किया करते हैं, फेसबुक पर पोस्ट करते हैं और अब OTT प्लेटफॉर्म्स पर वेब सीरीज देख रहे हैं।

पहले यही पेरेंट्स टीवी पर सिर्फ सोप ओपेरा या फिल्में देखते थे, लेकिन अब वे OTT प्लैटफॉर्म्स पर आ रही नई फिल्में और वेब सीरिज भी बड़े चाव से देख रहे हैं। पहले टीवी पर जो आता था वहीं देखना पड़ता था। लेकिन अब वे दुनियाभर की वेब सीरिज और फिल्में डब्ड वर्जन या सब टाइटल्स के साथ देख रहे हैं। हालांकि नेटफ्लिक्स पेरेंट्स का यह ट्रेंड अचानक नहीं बल्कि कई कारणों से तेजी से बढ़ रहा है।

क्यों बढ़ रहा है यह ट्रेंड?
पहले से कहीं ज्यादा आसान एक्सेस

पहले टीवी पर कंटेंट लिमिटेड होता था- कुछ चैनल्स और कुछ शो। लेकिन अब OTT प्लैटफॉर्म्स पर हर मूड और टेस्ट के लिए कंटेंट मौजूद है। स्लो रोमांटिक स्टोरी हो या फास्ट-पेस्ड क्राइम थ्रिलर, हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।

इसके अलावा, स्मार्ट टीवी और मोबाइल की वजह से OTT प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस काफी आसान हो गया है। इसके साथ ही, सस्ते सब्सक्रिप्शन प्लान्स ने भी इसे और पॉपुलर बनाया है। आजकल सोशल मीडिया पर भी नई फिल्मों और वेब सीरिज के वायरल होने वाले रील्स और शॉर्ट्स भी पेरेंट्स को नई सीरीज देखने के लिए प्रेरित करते हैं।

खाली समय का इस्तेमाल
बच्चे बड़े होकर अलग हो गए या जॉब/पढ़ाई में बिजी हैं, तो पेरेंट्स के पास अब ज्यादा फ्री टाइम है। पहले यह समय टीवी या सोशल मीडिया पर बीतता था, लेकिन अब OTT प्लेटफॉर्म्स पर वेब सीरीज देखना उनकी नई आदत बन गई है। इसलिए पेरेंट्स ज्यादा समय नई फिल्में या वेब सीरिज देखने में बिताते हैं।

भाषा अब बाधा नहीं
पहले अगर कोई साउथ इंडियन फिल्म या कोरियन ड्रामा देखना होता था, तो भाषा की वजह से पेरेंट्स उसे छोड़ देते थे। लेकिन अब सबटाइटल और डबिंग की वजह से वे किसी भी भाषा का कंटेंट आसानी से देख सकते हैं। OTT प्लेटफॉर्म्स पर कई भाषाओं में ऑप्शन मिलते हैं। एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, 72% भारतीय दर्शक उन भाषाओं में कंटेंट देखना पसंद करते हैं, जो वे नहीं जानते, लेकिन सबटाइटल की मदद से समझ लेते हैं।

कंटेंट अब रिलेटेबल लगता है
पहले के टीवी शोज में ओवर-द-टॉप मेलोड्रामा या ससपेंस भरी कहानियां होती थीं। लेकिन आज के OTT शोज में रियलिस्टिक कहानियां दिखाई जा रही हैं, जिनसे लोग ज्यादा रिलेट कर पाते हैं।

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