कार्तिक पूर्णिमा पर करें ये विशेष दान

हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से पुण्य मिलता है। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है और मां लक्ष्मी का वास होता है, तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।
हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है, जिसे त्रिपुरारी पूर्णिमा और देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। इस पावन तिथि पर गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने और क्षमता के अनुसार दान करने से पुण्यों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और घर में मां लक्ष्मी का वास होता है, तो आइए इस दिन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर करें दान
दीपदान – इस दिन दीपदान का बहुत महत्व है। ऐसे में पवित्र नदियों के घाटों, मंदिरों, घर के आंगन, छत और तुलसी के पास दीपक जरूर जलाएं। इससे जीवन से अंधकार दूर होता है और उन्नति होती है।
अन्न दान – जरूरतमंदों को अन्न (जैसे चावल, दाल, आटा) दान करना सबसे बड़ा दान माना गया है। इससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
वस्त्र दान – ठंड के मौसम को देखते इस शुभ दिन पर गरीबों को कम्बल, गर्म कपड़ों का दान करना बहुत अच्छा माना जाता है। इससे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों खुश होते हैं।
तिल, घी और गुड़ – इस दिन तिल, घी और गुड़ का दान भी विशेष फलदायी माना गया है। यह दान स्वास्थ्य और सौभाग्य में वृद्धि करता है।
फल एवं मिठाई – ब्राह्मणों और गरीबों को मौसमी फल और शुद्ध मिठाई का दान करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
दान करने से पहले ध्यान दें ये बातें
दान हमेशा शुभ मुहूर्त में और श्रद्धा भाव से करना चाहिए।
दान से पहले संकल्प लेना चाहिए।
दान हमेशा जरूरतमंद व्यक्ति को ही करना चाहिए।
तामसिक चीजों का दान भूलकर भी नहीं करना चाहिए।





