कांग्रेस ने ट्रंप के ‘सीजफायर’ एलान पर उठाए सवाल, जानिए कश्मीर मुद्दे पर क्या बोले सचिन पायलट

जयपुर: कांग्रेस पार्टी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा पर कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इसे कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने का प्रयास करार दिया।

पहलगाम आतंकी हमला और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के चले रहे संघर्ष को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप पर कांग्रेस पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचिन पायलट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की “युद्ध विराम” की घोषणा कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने का प्रयास है। कांग्रेस ने पहलगाम हमले और उसके बाद के घटनाक्रमों के मद्देनजर संसद का विशेष सत्र बुलाने की अपनी मांग भी दोहराई।

उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं हैं… पिछले 24 घंटों में घटनाओं की शृंखला तेजी से बदली है। हम इस तथ्य से हैरान हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम की घोषणा की, जो पहली बार हुआ है। कांग्रेस ने दोहराया कि देश में चल रही घटनाओं को देखते हुए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। पायलट ने कहा, “हम 1994 में पारित उस ऐतिहासिक प्रस्ताव को फिर दोहराना चाहते हैं, जिसमें सभी दलों ने एकमत से पारित किया था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हम उसे वापस लेंगे।”

उन्होंने 1971 के युद्ध और अमेरिका के दबाव के बावजूद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साहसिक फैसले को याद किया। जब अमेरिका ने 7वीं फ्लीट को बंगाल की खाड़ी में तैनात किया था, तब भी इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय हित में जो आवश्यक था, वही किया। पायलट ने कहा कि पहले भी जब संसद पर हमला हुआ था, तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे और सोनिया गांधी नेता विपक्ष थीं, तब विपक्ष ने सरकार का समर्थन किया था। “इस बार भी विपक्ष सरकार के साथ है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा सीजफायर की घोषणा करना द्विपक्षीय मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का प्रयास है।

इस बीच भारतीय वायुसेना ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर बताया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सौंपे गए कार्यों को सटीकता और पेशेवर तरीके से पूरा किया है। यह अभियान राष्ट्रीय उद्देश्यों के अनुरूप योजनाबद्ध और गोपनीय रूप से संचालित किया गया। चूंकि अभियान अब भी जारी है, इसलिए विस्तृत जानकारी एक विशेष ब्रीफिंग में साझा की जाएगी। सभी से निवेदन है कि अटकलें लगाने और अपुष्ट सूचनाएं साझा करने से बचें।

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