‘कांग्रेस झूठ की मंडी’: सोनीपत में MLA निखिल मदान कांग्रेस पर बरसे

हरियाणा के सोनीपत के विधायक निखिल मदान ने एजेंसियों के दुरुपयोग के सवाल पर कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को नकारने का काम किया है, उनके पास लोगों के बीच जाने का कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहते थे मोहब्बत की दुकान, लेकिन कांग्रेस झूठ की दुकान नहीं, बल्कि झूठ की मंडी है। एजेंसियां स्वतंत्र रूप से कार्य कर रही है। अगर कांग्रेस नेता निर्दोष हैं तो वह जांच में शामिल हो। कागज दिखाएं, आगे का काम एजेंसी ने करना है। धरने-प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होता।
विधायक निखिल मदान मंगलवार को अनाज मंडी में निरीक्षण के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने अनाज मंडी का दौरा कर गेहूं की आवक, खरीद व उठान को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने रणदीप सुरजेवाला के 200 शिक्षकों को हटाने के सवाल पर कहा कि कोई चीज सामने आई है तो उसकी जांच की जा रही है। कांग्रेस 10 साल में जिलाध्यक्षों की नियुक्त भी नहीं कर पाई। प्रदेशाध्यक्ष पर विवाद है। बड़े नेता प्रदेशाध्यक्ष को नहीं मानते। कांग्रेस की झूठ ज्यादा नहीं चलेगी। प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार किसान हित में कार्य कर रही है। मंडियों में किसानों की फसल एमएसपी के भाव पर खरीदी जा रही हैं। मामले में सरकार स्वयं मॉनिटरिंग कर रही है। आगजनी की घटनाओं पर सरकार किसानों को मुआवजा देने के लिए सूची तैयार कर रही है। जहां भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, उन किसानों को जल्द मुआवजा दिया जाएगा।
मंडी में 4.70 करोड़ से होगा शेड, चहारदीवारी व सड़कों का नवीनीकरण
विधायक ने कहा कि मंडी में गेहूं की आवक जारी है। आढ़तियों व किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। मंडी के अंदर करीब 60 फीसदी गेहूं उठान का कार्य पूरा कर लिया गया है। करीब एक सप्ताह में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। अनाज मंडी में 30 हजार मीट्रिक टन के आसपास गेहूं की आवक हुई है। साथ ही उठान का कार्य हाथों हाथ किया जा रहा है। मंडी में आढ़तियों व किसानों की कुछ पुरानी मांगें हैं। इनमें पुराने शेड, चहारदीवारी व सड़कों के नवीनीकरण को लेकर 4.70 करोड़ का बजट तैयार कर मुख्यालय भेजा गया है। बजट को पास करवाकर यह कार्य जल्द शुरू करवाए जाएंगे। अगले सीजन तक इन समस्याओं को दूर करवाया जाएगा। इसके अलावा मंडी में धर्मकांटा की नई समस्या है, अगर मंडी की ओर से इसका रेजुलेशन आएगा तो इस कार्य को भी सिरे चढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। मंडी में सुचारू रूप से कार्य चल रहा है। 2425 का भाव होने के बावजूद फसल के किसानों को ज्यादा ही दाम मिल रहे हैं। इससे किसान भी खुश हैं।