कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर साधा निशाना: अब दलदल में नहीं रहूंगा, हरियाणा के पूर्व मंत्री संपत बोले

प्रो. संपत सिंह ने मंगलवार को कहा कि अब वे दलदल में नहीं रहेंगे। कांटों भरी राह चुनेंगे। वे अब ऐसा प्लेटफार्म चुनेंगे जहां से जनता के लिए कुछ कर सकें। पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा। कहा कि जब राहुल गांधी हरियाणा चुनाव के बाद आए थे तो उन्होंने खुद कहा था कि हरियाणा के नेतृत्व ने पार्टी के बजाय अपना फायदा देखा। उस समय उम्मीद जगी थी कि पार्टी में सुधार होगा लेकिन अब उन्हीं लोगों को फिर से मौका दे दिया गया है। ऐसे में उन्हें मजबूरी में यह फैसला लेना पड़ा।
चौधरी देवीलाल का चेला हूं, अब जनता के बीच जाने का वक्त है
मीडिया से बातचीत में संपत सिंह ने कहा कि वे चौधरी देवीलाल के चेले हैं और वही उन्हें राजनीति में लेकर आए थे। देवीलाल जनता के बीच सड़कों पर रहते थे और वे खुद भी हमेशा जनता से जुड़े रहे हैं। अब उम्र भले ज्यादा हो गई हो, लेकिन जनता के लिए कुछ करने की भावना आज भी जिंदा है। अब मैं ऐसा प्लेटफार्म चुनूंगा, जिसमें कांटे हों। कांटों को हटाकर जनता के बीच जाऊंगा। दलदल में रहने का कोई फायदा नहीं, जहां यह तक न पता हो कि दलदल आठ फीट गहरी है या दस फीट। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी उन्होंने यह तय नहीं किया है कि वे किस पार्टी में शामिल होंगे।
संपत सिंह का राजनीतिक सफर अवसरवाद और व्यक्तिगत स्वार्थ का प्रतीक : मान
नलवा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने कहा कि संपत सिंह ने कांग्रेस की अनुशासन समिति की कार्रवाई से बचने के लिए इस्तीफा दिया है न कि किसी सिद्धांत या विचारधारा के तहत। मान ने संपत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके चार पेज के पत्र में कई तथ्यों को छिपाया गया है। संपत सिंह ने यह नहीं बताया कि 2019 के चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा ने जब तवज्जो नहीं दी, तब वे वापस कांग्रेस में लौट आए। उनका पूरा राजनीतिक सफर अवसरवाद और व्यक्तिगत स्वार्थ का प्रतीक रहा है।
मान ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश का साथ देने के बजाय संपत सिंह ने प्रचार से दूरी बनाए रखी। यहां तक कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने अपने समर्थकों को घर बुलाकर भाजपा के पक्ष में वोट डालने की बात कही।





