कांग्रेस के इस दिग्गज नेता ने किया दावा, महाराष्ट्र सरकार में अब…
मुंबई। महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से लगातार विरोध की खबरें आ रही हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रकाश सोलंकी के इस्तीफे की घोषणा के बाद अब अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद को लेकर नाराजगी जताई है। सोमवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले कांग्रेस के अशोक चव्हाण ने कहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी में असंतोष है। उन्होंने कहा कि काम और योग्यता के अनुसार ही लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
मंगलवार को एनसीपी के नेता प्रकाश सोलंकी ने विधायक पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उन्होंने ऐलान किया था कि वो मंगलवार को विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। हालांकि, कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से वो नाराज हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की है। दूसरी तरफ, सोलंकी का कहना था कि मंत्री पद को लेकर उन्हें कोई नाराजगी नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, विधायक पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ प्रकाश सोलंकी राजनीति से भी संन्यास लेंगे। एनसीपी विधायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अब वो राजनीति के योग्य नहीं है। यही वजह है कि उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
सोलंकी ने कहा था कि कुछ दिनों में ऐसी राजनीतिक परिस्थिति बनी है, जिसके बाद अब हम जैसे लोगों का सियासत में रहना संभव नहीं है। सोलंकी ने कहा कि वो तीस साल से राजनीति कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान राजनीतिक माहौल में उनके लिए कोई जगह नहीं बची है।
बता दें कि 30 दिसंबर को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विधान भवन में आयोजित कार्यक्रम में कुल 36 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। एनसीपी के अजित पवार को एक बार फिर राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद उद्धव ठाकरे सरकार में अब मंत्रियों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।