कश्मीर में कल से चालू होने लगेगी लैंडलाइन सेवा: मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ बिजली, पानी और मेडिकल सुविधाएं बहाल हैं. लोगों की सुरक्षा के लिए हम कई कदम उठा रहे हैं. अभी तक राज्य में किसी की मौत नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है.
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पाबंदियों में ढील दी जा रही है. सोमवार से श्रीनगर में सभी दफ्तर खुलेंगे. इसके साथ ही स्कूल भी खुल जाएंगे. टेलीफोन लाइन धीरे-धीरे खोली जाएंगीं. रविवार को कुछ इलाकों में टेलीफोन खुल जाएंगे. हालांकि, इंटरनेट सेवा को अभी बहाल करने पर फैसला नहीं हुआ है.
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि टेलीकॉम सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल किया जाए. सभी राजनीतिज्ञों की हिरासत भी खत्म की जाएगी. हालांकि इस पर कश्मीर में दिन प्रतिदिन सुधरते हालात के बाद ही फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लागू प्रतिबंधों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना सामने नहीं आई है.
कश्मीर: 12 दिन में नहीं गई एक भी जान
मुख्य सचिव ने कहा कि हमारी कोशिश इस बात की है कि किस तरह जल्द से जल्द घाटी में हालात सामान्य हों. मुख्य सचिव ने कहा कि घाटी में हिज्बुल, लश्कर और कुछ अलग-अलग संगठन आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं. हमें ऐसी खुफिया जानकारी मिली है कि ये आतंकवादी संगठन आतंकवादी हमले की तैयारी में है.
मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि सरकार की तरफ से समय-समय पर लोगों को छूट भी दी गई थी. ईद के वक्त भी लोगों को खुली छूट दी गई थी, इसके अलावा जो लोग हज से वापस लौट रहे हैं उन्हें भी पूरी सुविधा दी जा रही है.
सुब्रमण्यम ने कहा कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया है. इस दौरान उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल जैसे आतंकी संगठनों का नाम भी लिया.
उन्होंने साथ ही कहा कि घाटी में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं और हम भी पाबंदियां हटा रहे हैं. अभी सरकारी दफ्तरों को खोल दिया गया है, साथ ही सरकारी स्कूल को भी धीरे-धीरे खोला जाएगा. और उसके बाद हालात का जायजा लेकर आगे का फैसला लिया जाएगा.