कमल खिलाना है तो गरीबों का दिल जीतें कार्यकर्ता: पीएम मोदी
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन भाषण में प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार को गरीबों के कल्याण की सरकार करार देते हुए गरीबों की सेवा को ही प्रभु सेवा करार दिया है। उन्होंने नोटबंदी को कालाधन की समाप्ति और सुशासन को दीर्घकालिक फैसला करार देते हुए गरीब जनता से मिले सहयोग की भी जमकर सराहना की।
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यह भी कहा कि भाजपा राजनीतिक चंदे को पारदर्शी बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभायेगी। जनता को यह जानने का अधिकार है कि हमारा वित्त-पोषण कहां से आ रहा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं को प्रधानमंत्री के भाषण की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार के कदमों का उल्लेख किया, जिसमें जनधन खाता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत शामिल थे। मोदी ने कहा कि गरीब और गरीबी चुनाव जीतने के साधन नहीं हैं और भाजपा उन्हें वोट बैंक के चश्मे से नहीं देखती। भाजपा अपनी अगली कार्यकारिणी 15 व 16 अप्रैल को आयोजित करेगी।
कार्यकारिणी बैठक के समापन भाषण में प्रधानमंत्री अधिकांश समय गरीबों से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रहे। उन्होंने पुराण के एक श्लोक का भी जिक्र किया जिसका उल्लेख अक्सर महात्मा गांधी भी किया करते थे। इसके अनुसार न मुझे राज्य की कामना है, न स्वर्ग की इच्छा है और न ही पुनर्जन्म की आकांक्षा, बस एक ही कामना है कि जो दुखी हैं उनके कष्ट का निवारण करने में जुटे रहें। मोदी ने कहा कि वे खुद गरीबी में जन्मे हैं और गरीबी को जिया है।
साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि आलोचनाओं का स्वागत करें और आरोपों से न घबराएं। हमारे अंदर की सच्चाई और संकल्प हमें अच्छाई के रास्ते पर हमेशा आगे बढ़ाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता हवा में बहते नहीं हैं, बल्कि हवा का रुख मोड़ते हैं।
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी जीत दर्ज करेगी। इस क्रम में उन्होंने लखनऊ की प्रभावशाली रैली और वाराणसी में कार्यकर्ताओं से हुई अपनी बातचीत का भी उल्लेख किया। कार्यकर्ताओं से बूथ पर सक्रियता से ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा।