मस्जिद में अंधाधुंध फायरिंग की वजह से छह लोगो की हुई मौत: कनाडा
क्यूबेक सिटी। कनाडा में रविवार रात हुई सनसनीखेज वारदात में दो हमलावरों ने क्यूबेक सिटी की मस्जिद में घुसकर नमाजियों पर अंधाधुंध फायरिंग की। वारदात में छह लोग मारे गए जबकि आठ घायल हुए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडियू ने घटना की निंदा करते हुए इसे मुसलमानों पर आतंकी हमला करार दिया है। घटना के सिलसिले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
मस्जिद के प्रमुख मुहम्मद यांगुई के अनुसार फायरिंग में मौके पर पांच लोग मारे गए। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि तीन लोगों ने मस्जिद में मौजूद 40 से ज्यादा लोगों पर फायरिंग की। जबकि पुलिस ने हमलावरों की संख्या दो बताई है। शहर के पुलिस प्रवक्ता क्रिस्टीन कोलोम्बे के अनुसार घटना में मारे गए छह लोगों की उम्र 35 से 70 वर्ष के मध्य है।
घटना के समय यांगुई मस्जिद में मौजूद नहीं थे। बाद में उन्होंने बताया कि नमाज से पहले कई बार उनके पास धमकी भरे फोन आए लेकिन उन्होंने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। मस्जिद में यह सब नहीं होना चाहिए। यह बर्बर कृत्य है। प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पूजास्थल पर इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए।
मुस्लिम हमारे देश का अभिन्न हिस्सा हैं। इस तरह के पागलपन के लिए समाज और देश में कोई स्थान नहीं है।
इस हमले से पहले ही प्रधानमंत्री ट्रूडियू ने कहा था कि कनाडा में सभी देशों से आने वालों का स्वागत है। उन्होंने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में रोक के आदेश की प्रतिक्रिया में कही थी।
कनाडा की लिबरल पार्टी के सांसद ग्र्रेग फेरगस ने कहा है कि यह आतंकी वारदात मुस्लिमों की वर्षों से हो रही धार्मिक पढ़ाई का नतीजा है। घृणा फैलाने वाले भाषणों का नतीजा सामने आया है। क्यूबेक प्रांत के मुख्यमंत्री फिलिप कोइलार्ड ने बताया है कि क्यूबेक सिटी और मांट्रियल की मस्जिदों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुस्लिम समुदाय से उन्होंने कहा है कि क्यूबेक प्रांत मुस्लिमों के घर जैसा है, हम सभी आपके साथ हैं।
तेजी से बढ़ रही है मुस्लिम आबादी
फ्रांस के कई इलाकों की तरह क्यूबेक प्रांत भी अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि को लेकर सवालों को घेरे में है। वहां पर हाल के वर्षों में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ी है। ज्यादातर मुस्लिम उत्तरी अफ्रीका से आए हुए हैं। पिछले साल जून में एक सुअर का सिर मस्जिद के गेट पर पड़ा पाया गया था, इससे वहां पर तनाव पैदा हो गया था।