कंगाल पाकिस्तान को पुलवामा हमला पड़ा भारी, एयरस्पेस बंद करने से इतने अरब का हुआ नुकसान

मिराज विमान (फाइल फोटो)
पाकिस्तान ने फरवरी में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था जिसके कारण उसे 5 खरब का घाटा हुआ है। यह बात शुक्रवार को एक मीडिया रिपोर्ट के जरिए सामने आई। पाकिस्तान ने 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों को निशाना बनाकर नेस्तानाबूत करने के बाद अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था। वायुसेना की यह कार्रवाई पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए की गई थी।

सोमवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सामान्य हवाई यातायात संचालन फिर से तब शुरू हुआ जब पड़ोसी देश ने अपने हवाई क्षेत्र को नागरिक उड़ानों के लिए खोल दिया। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उड्डयन संघीय मंत्री गुलाम सरवर खान ने कहा कि सीएए को हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण पांच खरब का नुकसान हुआ है।

डॉन अखबार के अनुसार मंत्री ने कहा, ‘यह हमारे समग्र (उड्डयन) उद्योग के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। लेकिन इस प्रतिबंध ने पाकिस्तान से ज्यादा भारत को नुकसान पहुंचाया है। भारत को दोगुना नुकसान हुआ है। इस मोड़ पर दोनों ओर से संबंधों में सुधार और सामंजस्य जरूरी है।’ उन्होंने आगे कहा कि सरकार की प्राथमिकता पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को पुनर्जीवित करने और 2025 तक धीरे-धीरे 14 नए विमानों में चरणबद्ध तरीके से अपने बेड़े को बढ़ाकर 45 करने की है।

बता दें कि पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को भारत के लिए बंद करने से भारतीय विमानन कंपनियों को 548 करोड़ का घाटा हुआ है। 16 जुलाई को देर रात पाकिस्तान ने असैन्य विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया था। जिसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच हवाई परिवहन शुरू हो गया।

पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण ने 16 जुलाई को भारतीय समयानुसार देर रात 12 बजकर 41 मिनट पर एयरमैन (एनओटीएएम) को एक नोटिस जारी कर कहा था कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को सभी ज्ञात एटीएस रूट पर सभी असैन्य उड़ानों के लिए तत्काल प्रभाव से खोला जाता है। पाकिस्तान के इस कदम के बाद भारत ने भी संशोधित एनओटीएएम जारी करते हुए कहा था कि दोनों देशों के बीच सामान्य हवाई यातायात बहाल हो गया है।

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