ऑस्ट्रेलिया को भी दूसरी विपक्षी टीमों की तरह ही देख रहे हैं: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली
गुरुवार से शुरू हो रही 4 टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले आज टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि वह और उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया को किसी खास टीम की तरह नहीं देख रहे हैं। विराट ने कहा, ‘जैसे हम दूसरी टीमों के खिलाफ होने वाले मैचों से पहले तैयारी करते हैं, ठीक वैसे ही हमारी टीम इस सीरीज के लिए भी तैयारी कर रही है। हम हर बार अपनी विपक्षी टीम की ताकत और कमजोरियों पर प्लान बनाते हैं और इस बार भी ऐसा ही कर रहे हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है।
स्टार्क की जमकर तारीफ
ऑस्ट्रेलियन पेस बैटरी के अगुआ मिशेल स्टार्क के बारे में जब पूछा गया तो विराट ने उनकी भी खूब तारीफ की। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘वह एक शानदार बोलर है। मैंने उसे आईपीएल में और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेला था। लेकिन तब से अब तक उसकी बोलिंग में काफी बदलाव आया है। उसने कड़ी मेहनत की है और वह एक वर्ल्ड क्लास बोलर है।’ बता दें कि स्टार्क और कोहली दोनों ही अपने आक्रामक खेल के लिए जाने जाते हैं। क्रिकेट प्रेमी भी इन दो बड़े खिलाड़ियों का आमना-सामना होने को लेकर रोमांचित हैं। स्टार्क कोहली की कप्तानी वाली आईपीएल टीम बेंगलुरु में भी खेलते हैं। हालांकि, इस साल स्टार्क ने आईपीएल में नहीं खेलने का फैसला किया है।
‘ऑस्ट्रेलिया को लेकर चिंता नहीं’
मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए कप्तान विराट कोहली ने बताया कि हर एक मैच चुनौतीपूर्ण है, हर सीरीज चुनौतियों से भरी होती है। सभी दूसरी टीमें मजबूत हैं, तो ऑस्ट्रेलिया को लेकर भी हम कोई विशेष चिंता नहीं कर रहे हैं। विराट ने कहा कि टीम इंडिया हर विपक्षी टीम का सम्मान करती है, लेकिन हम अपनी क्षमता और अपने खेल पर फोकस करते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारा ध्यान ऑस्ट्रेलिया टीम पर नहीं है और यही हमारी टीम की सबसे बड़ी ताकत है। हम वैसे ही तैयारी कर रहे हैं, जैसे किसी भी दूसरी विपक्षी टीमों के खिलाफ करते हैं।’ टीम की ताकत के बारे में विराट ने कहा कि हमारे सभी खिलाड़ी टीम के हितों को ध्यान में रखकर अपना खेल खेलते हैं, यही हमारी टीम की सबसे बड़ी ताकत है।
अपने खेल और कप्तानी से जुड़े सवाल के जवाब में विराट ने कहा, ‘मैं हर सीरीज के बाद खुद को जज नहीं करता हूं, मेरी प्राथमिकता और लक्ष्य अपने देश के लिए खेलना और जीतना है। मैं हर वक्त अपनी गलतियों को सुधारना चाहता हूं और इसमें कोच अनिल कुंबले अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा जहां तक कप्तानी का सवाल है, तो कप्तानी टीम पर निर्भर करती है। कैप्टन की सफलता टीम के परफॉर्मेंस से तय होती है।
मीडिया से जुड़े एक सवाल के जवाब में विराट ने कहा कि मेरा ध्यान सिर्फ अपने खेल पर है। लोग लिखते हैं और बोलते हैं, वे तारीफ भी करते हैं और आलोचना भी उन पर मेरा नियंत्रण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब मैं 22 साल का था, तो लोग उम्मीद करते थे कि मैं 35 साल के खिलाड़ी की तरह परिपक्व खेल दिखाऊं। लेकिन अब मुझे अपने खेल पर बहुत विश्वास है। कप्तानी मिलने के बाद अपने खेल में आए बदलाव पर विराट ने कहा, ‘6-7 साल बाद, अगर तब तक कप्तान बना रहा, तो अपनी कप्तानी की समीक्षा कर पाऊंगा। अभी 18 20 महीने के छोटे से समय में कप्तानी की समीक्षा करना संभव नहीं है।
जब विराट से ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्टार्क के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने मिशेल स्टार्क की भी तारीफ की। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘वह एक शानदार बोलर है। मैंने उसे आईपीएल में और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेला था। लेकिन तब से अब तक उसकी बोलिंग में काफी बदलाव आया है। उसने कड़ी मेहनत की है और वह एक वर्ल्ड क्लास बोलर है।’
बता दें कि टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 भारतीय टीम पिछली 6 टेस्ट सीरीज से अजेय है और इस बीच ऑस्ट्रेलिया टीम के प्रदर्शन में निरंतर उतार-चढ़ाव दिखा है।