ऑपरेशन सिन्दूर : सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल से छह आतंकी ढेर; आठ की तलाश जारी

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर दिया है। आतंकी हमले के बाद 14 आतंकियों की सूची जारी हुई थी, जिसमें से अब तक छह ढेर किया जा चुके हैं।
अब आठ आतंकी बचे हैं। जल्द ही इन्हें भी ढेर कर दिया जाएगा। यह सफलता सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के जरिये चलाए गए ऑपरेशन के कारण मिली।यह जानकारी पुलवामा में विक्टर फोर्स मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई। प्रेस वार्ता में जम्मू-कश्मीर पुलिस के कश्मीर जोन के आईजीपी वीके बिरदी, विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल धनंजय जोशी और सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशंस) मितेश जैन मौजूद रहे।
सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के तालमेल से मिली बड़ी सफलता
आईजीपी वीके बिरदी ने बताया कि हालिया आतंकी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी रणनीति की समीक्षा की और अभियानों का ध्यान दक्षिण कश्मीर के विशिष्ट क्षेत्रों पर केंद्रित किया, जहां सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय के चलते तीन दिनों में दो अलग-अलग ऑपरेशन अंजाम दिए गए।
इन ऑपरेशन में छह आतंकवादियों को मार गिराना हमारे लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। बताया, पहली मुठभेड़ 12 मई की रात शोपियां जिले के केलर क्षेत्र के शुक्रू जंगल में हुई, जबकि दूसरी मुठभेड़ 14 मई को पुलवामा के त्राल के नादर इलाके में हुई। दोनों ऑपरेशनों में तीन-तीन आतंकवादी मारे गए।
खुफिया सूचना के आधार पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बढ़ाई गई निगरानी
विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल धनंजय जोशी ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई इलाकों को फोकस जोन घोषित किया गया था। हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि बर्फबारी के बाद आतंकवादी ऊंचाई वाले क्षेत्रों की ओर चले गए हैं। इसी आधार पर ऊंचे और जंगल क्षेत्रों में हमारी डोमिनेशन टीमें लगातार गश्त कर रही थीं।
उन्होंने बताया कि शोपियां ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने सूचना मिलने पर क्षेत्र की घेराबंदी की और जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया। वहीं, त्राल में हुए ऑपरेशन में आतंकियों ने अलग-अलग घरों में छिपकर गोलीबारी की।
शोपियां में घेराबंदी कर तीन आतंकियों को किया गया ढेर
सुरक्षाबलों ने नागरिकों, खासकर बच्चों को सुरक्षित निकालते हुए तलाशी अभियान चलाया और तीन आतंकवादियों को मार गिराया।मेजर जनरल जोशी ने कहा, इन दो ऑपरेशनों में आतंकी मॉड्यूल्स के निष्क्रिय होने से संगठनों को बड़ा झटका लगा है, जिससे क्षेत्र में शांति बहाल करने में मदद मिलेगी।
सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशंस) मितेश जैन ने कहा कि स्थानीय लोगों का सहयोग इन अभियानों की सफलता में अहम रहा है। उन्होंने कहा, बिना जन समर्थन के आतंकवाद का सफाया संभव नहीं है। ये सफलताएं इस बात का संकेत हैं कि कश्मीर की आम जनता अब आतंक के खिलाफ है।
शाहिद कुट्टे मारा गया, कई हमलों में था शामिल
मारे गए आतंकवादियों में शाहिद कुट्टे की पहचान मुख्य आतंकवादी के रूप में हुई है, जो कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। इसमें 18 मई 2023 में शोपियां के हीरपोरा में सरपंच की हत्या और 8 अप्रैल 2023 में अनंतनाग के एक रिसॉर्ट पर हमला शामिल है, जिसमें दो जर्मन पर्यटक और एक स्थानीय ड्राइवर घायल हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, कुट्टे आतंकी फंडिंग और नेटवर्किंग गतिविधियों में भी संलिप्त था।
सेना कमांडर ने सुरक्षाबलों की कार्रवाई की सराहना की
सेना कमांडर ने की सराहनाउत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने भी सुरक्षाबलों के इन अभियानों की सराहना की है। सेना की उत्तरी कमान ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, अवंतीपोरा में तीन आतंकवादियों को मार गिराने वाले संयुक्त अभियान की त्वरित कार्रवाई और सटीक निष्पादन के लिए चिनार कोर की सराहना की जाती है।