‘ऑपरेशन सिंदूर ने तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और एकीकरण दिखाया’, चेन्नई में बोले वायुसेना प्रमुख

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने स्नातक कैडेटों के प्रशिक्षण में विश्वास व्यक्त किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शनिवार को चेन्नई में अधिकारी कैडेटों के पासिंग आउट समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान वायु सेना, नौसेना और थल सेना के बीच समन्वय की सराहना की। भारतीय सेना के अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में शॉर्ट सर्विस कमीशन के स्नातक अधिकारियों को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर ने तीनों सेनाओं के बीच असाधारण समन्वय, सशस्त्र बलों और अन्य एजेंसियों के भीतर तालमेल और एकीकरण को प्रदर्शित किया है। जैसे-जैसे आप सेवा में आगे बढ़ते हैं, आपको एकजुटता की भावना को आगे बढ़ाते रहना चाहिए।’

इस साल अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले में दहशतगर्दों ने कम से कम 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी थी। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ढांचों पर सटीक हमले किए थे। इसके बाद हुए पाकिस्तानी आक्रमण के हर प्रयास को हमारी सेनाओं ने विफल कर दिया था। हमारे सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर भी जवाबी हमले किए थे और उनकी कमर तोड़ दी थी।

एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने स्नातक कैडेटों के प्रशिक्षण में विश्वास व्यक्त किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि आपके प्रशिक्षण ने आपको अधिकारी और नेतृत्वकर्ता के रूप में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और अनुशासन से सुसज्जित किया है। स्नातक अधिकारी पाठ्यक्रम के गौरवान्वित माता-पिता और रिश्तेदारों के प्रति मेरी हार्दिक कृतज्ञता। जिस प्रकार आपके अटूट समर्थन ने उन्हें अपने सपनों को साकार करने में सक्षम बनाया है, उसी प्रकार आपका त्याग और विश्वास उनकी सफलता में सहायक रहा है और रहेगा। राष्ट्र और भारतीय सशस्त्र बल आपके बलिदान के लिए सदैव आपके ऋणी रहेंगे।’

‘हमेशा एक अच्छा इंसान बनने का प्रयास करें’
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अपनी वर्दी को गर्व और उद्देश्य के साथ पहनें, आगे बढ़कर नेतृत्व करें और अपने माता-पिता द्वारा आपको सिखाए गए मूल मूल्यों को हमेशा याद रखें, क्योंकि ये आपके करियर के साथ-साथ जीवन में भी आपके मार्गदर्शक प्रकाशस्तंभ होंगे। हमेशा याद रखें, हम पहले इंसान हैं, फिर नागरिक और उसके बाद सैनिक। इसलिए हमेशा एक अच्छा इंसान बनने का प्रयास करें।

130 अधिकारी कैडेट और 25 अधिकारी कैडेट (महिला) को कमीशन दिया गया
कुल 130 अधिकारी कैडेट और 25 अधिकारी कैडेट (महिला) को भारतीय सेना के विभिन्न अंगों और सेवाओं में कमीशन दिया गया। इसके अतिरिक्त नौ मित्र देशों के नौ विदेशी अधिकारी कैडेटों और 12 विदेशी अधिकारी कैडेटों (महिलाओं) ने सफलतापूर्वक अपना प्रशिक्षण पूरा किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार सौहार्द और सहयोग के बंधन को बढ़ावा मिला।

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