ऑटो बाजार में बंपर बिक्री… 1000 से ज्यादा कारों की डिलीवरी

लखनऊ के ऑटो बाजार में बंपर बिक्री के साथ रिकॉर्ड तोड़ कारोबार देखने को मिला। शुक्रवार को ही 1000 से ज्यादा कारों की डिलीवरी के साथ ऑटो बाजार की धनतेरस मन गई। इसके अलावा 5000 बाइकों की डिलीवरी हुई। इस हिसाब से शुक्रवार को ऑटो सेक्टर में 150 करोड़ का कारोबार किया।
कारोबारियों का कहना है कि इस धनतेरस तक 10 हजार बाइकें और 5000 कारों की बिक्री तय है, लेकिन स्टॉक की कमी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। दोपहिया वाहनों के कई मॉडल आउट ऑफ स्टॉक हैं, जबकि कारों में लगभग सभी मॉडलों की लंबी वेटिंग चल रही है। नई जीएसटी व्यवस्था और फेस्टिव ऑफर्स के चलते कारों पर 1 से 1.5 लाख रुपये और बाइकों पर 10-18 हजार रुपये तक की कीमत का असर देखा गया है। अभी भी करीब 3000 कारों पर लंबी वेटिंग है। इनकी डिलीवरी नवंबर तक होगी।
65 कारों की डिलीवरी, इस बार बंपर कारोबार
दुकानदारों का कहना है कि अच्छे ऑफर्स की वजह से इस बार बंपर कारोबार हो रहा है। हमारे यहां 65 कारों की डिलीवरी हुई है। शनिवार और रविवार के साथ साथ दिवाली के बाद तक डिलीवरी चलेंगी।
ऐसे हुई 1000 से ज्यादा कारों की डिलीवरी
लखनऊ में 100 से ज्यादा कारों के डीलर्स हैं जिनमें से कुछ ने ही अपने यहां की डिलीवरी के बारे में जानकारी दी है। सबसे ज्यादा मारूति सुजुकी के डीलर मेगा मोटर्स ने 200 कारों की डिलीवरी की है। बीआर ह्यूंडई ने 75, जेएसवी ह्युंडई ने 65, नारायण ऑटो ने 81 कारों की डिलीवरी की है। इस हिसाब से कुल 421 डिलीवरी हुई हैं। जबकि, शहर के अन्य डीलरों ने भी शुक्रवार को 500 से ज्यादा कारों की डिलीवरी की।
100 रुपये में मिल रहे 5 बर्तन, उमड़े खरीदार
धनतेरस और दिवाली की खरीदारी के लिए बाजारों में खरीदारों का हुजूम लगा हुआ है। चारों तरफ तरह-तरह के सामानों की बिक्री हो रही है। इस बीच बर्तन विक्रेता अधिक से अधिक सामान बेचने के लिए ग्राहकों को पचास फीसदी तक की छूट का ऑफर दे रहे हैं।
अलीगंज के बर्तन विक्रेता आलोक यादव की दुकान पर भीड़ लगी थी। छोटे से लेकर बड़े बर्तन खरीदने के लिए ग्राहक मोलभाव करते दिखे। दुकानदार ग्राहकों को लुभावने ऑफर देकर अधिक से अधिक सामान की बिक्री करने में मशगूल रहे।
निशातगंज के मोहन प्रसाद ने बताया कि इस धनतेरस पर मात्र 100 रुपये में पांच बर्तन दे रहे हैं। अमीनाबाद में भी बर्तन से लेकर हर तरह के सामान खरीदने के लिए ग्राहकों का हूजुम लगा रहा। रागिनी सिंह ने बताया कि शरीर में आयरन की कमी पूरी करने के लिए जरूरी है कि लोहे के बर्तन में खाना पकाया जाए। बात करें स्वादिष्ट पकवान की तो लोहे की कढ़ाई इसके लिए बेहतर है।
छोटी कटोरी की मांग, फूल का बर्तन भी है कमाल
बर्तन विक्रेताओं ने बताया कि हर किसी की इच्छा होती है कि धनतेरस पर कोई न कोई बर्तन घर लेकर जाए। इसी उद्देश्य से छोटी कटोरी, गिलास, कप और थाली की मांग में उछाल आया है। हमारे यहां फूल के बर्तन भी हैं। इनका उपयोग कम जरूर है, लेकिन मांगलिक कार्य में उपयोग होने की वजह से ग्राहक इन्हें खरीदना पसंद करते हैं।
तीन किलो वजन तक की कढ़ाई, मात्र 1000 रुपये में
बाजारों में तरह-तरह के बर्तन की खरीदारी हो रही है। ग्राहकों के बजट के आधार पर बेहतर बर्तन भी दुकानों में है। दुकानदारों ने बताया कि एक से तीन किलो वजन की पारंपरिक गोल लोहे की कढ़ाई 1000 रुपये में है। वहीं, 18 इंच आयरन की कढ़ाई, इंडक्शन आयरन कढ़ाई की भी खूब मांग है।