एमबीबीएस डॉक्टर को झांसे में लेकर की दरिंदगी, आठ माह बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार

भोपाल में एक फर्जी अधिकारी बनकर एमबीबीएस डॉक्टर युवती से दुष्कर्म करने वाले आरोपी को पुलिस ने आठ माह बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मोहित सिंह शेखावत, जो असल में मनोज सिंह श्रीवास है, ने खुद को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और केंद्रीय मंत्रालय का अधिकारी बताकर युवती को झांसे में लिया।
भोपाल के देवास निवासी एक एमबीबीएस युवती के साथ दुष्कर्म के आरोप में भिंड निवासी आरोपी को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने खुद को केंद्रीय मंत्रालय और मेडिकल काउंसिल से जुड़ा अधिकारी बताकर युवती को प्रैक्टिस लाइसेंस दिलाने का झांसा दिया था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी का असली नाम मनोज सिंह श्रीवास है, जो भिंड जिले के गोहद तिराहा थाना क्षेत्र के श्रीराम कॉलोनी में रहता है।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की थी और भारत में प्रैक्टिस की अनुमति के लिए प्रयासरत थी। इसी दौरान उसकी इंस्टाग्राम पर मोहित सिंह शेखावत नामक व्यक्ति से बातचीत शुरू हुई। आरोपी ने खुद को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया या फिर केंद्रीय गृह मंत्रालय का अधिकारी बताकर युवती को भरोसे में लिया। उसने कहा कि वह दस हजार रुपये में उसका लाइसेंस बनवा देगा।
आरोपी ने 17 सितंबर 2024 को पीड़िता को भोपाल के मेघदूत होटल में बुलाया, जहां उसे लंच कराने के बाद नशे की हालत में दुष्कर्म किया गया। पीड़िता को होश में रहते हुए भी विरोध करने की स्थिति नहीं रही। घटना के बाद पीड़िता ने देवास जिले में थाने जाकर जीरो पर मामला दर्ज कराया, जिसे बाद में मंगलवारा थाना भोपाल में स्थानांतरित किया गया।
जांच के दौरान मोबाइल कॉल डिटेल से आरोपी की पहचान और लोकेशन का पता चला। गहराई से तफ्तीश करने पर यह साफ हुआ कि आरोपी का असली नाम मनोज सिंह श्रीवास है, जिसने झूठी पहचान और फर्जी सरकारी पद का सहारा लेकर अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने अब आरोपी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कहीं उसने इस तरह की धोखाधड़ी और अपराध अन्य मामलों में तो नहीं किए।