एनजीटी की रोक के बावजूद किसान क्यू खेतों में जला रहे हैं पराली….

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की रोक के बावजूद किसान खेतों में पराली जला रहे हैं। परसपुर में हुई घटना के मामले में अभी कार्रवाई भी नहीं हुई थी कि बेलसर में भी नया मामला सामने आ गया। हालांकि, लेखपाल ने स्थलीय सत्यापन करके अधिकारियों को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी है।
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के साथ ही खेतों की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के लिए एनजीटी ने फसल अवशेष जलाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। रोक बावजूद पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही जुर्माना लगाने की भी व्यवस्था है। इसके लिए कृषि, राजस्व, पुलिस के साथ ही प्रशासन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसान रबी की बोआई के लिए धान की कटाई कर रहे हैं। कई किसान मजदूरों के न मिलने पर फसल कंबाइन मशीन से कटवा देते हैं, इसके बाद अवशेष को सड़ाने की जगह जला देते हैं। गत दिवस परसपुर में पराली जलाने का मामला सामने आया था। संबंधित के खिलाफ कोई कार्रवाई होती, उससे पहले एक और मामला सामने आया है। तरबगंज तहसील के बरसड़ा गांव में करीब एक हेक्टेयर में पराली जला दी गई। लेखपाल ने पराली जलाने के आरोप में किसान कृष्णपाल सिंह, विष्णुपाल सिंह, जगदंबा सिंह व विजय प्रताप सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उप निदेशक कृषि को भेजी है। उप निदेशक मुकुल तिवारी ने बताया कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।