एडीजीपी आत्महत्या पर मंत्री कृष्णा बेदी का बयान

हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री कृष्णा बेदी ने एडीजीपी के मामले पर स्पष्टता करते हुए कहा है कि किसी भी तरह का पेंच फंसा हुआ नहीं है। परिवार और सरकार दोनों स्तरों पर पूर्ण सहमति बनी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अमनीत पी कुमार को किसी प्रकार की ज्यादती नहीं होने दी जाएगी। मंत्री बेदी ने बताया कि अमनीत पी कुमार के कहने पर ही एसपी को हटा दिया है और उन्हें कोई नया स्टेशन आवंटित नहीं किया गया। वर्तमान में परिवार के साथ लगातार बातचीत चल रही है। रात भर दो कैबिनेट मंत्री, सरकार के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी तथा तीन वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद सईन, विजय दहिया और वुडरू उनके साथ मौजूद रहे। ये सभी अधिकारी अमनीत पी कुमार की समस्याओं को सुलझाने में जुटे हुए हैं।
बेदी ने अमनीत पी कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि वे एक बड़ी काबिल अफसर हैं। खास तौर पर मेरे समाज की बेटी हैं। उन्होंने कहा पूर्व अधिकारी वाई पूरण कुमार का जिक्र भी किया और कहा कि वाई पूरण कुमार मेरे समाज का बेटा था, जो एक बड़ा काबिल अफसर था। मंत्री ने इस घटनाक्रम के पीछे की परिस्थितियों पर चल रही जांच का हवाला देते हुए कहा कि परिवार वालों को पूर्ण आश्वासन दिया जा रहा है। हम परिवार को आश्वस्त कर रहे हैं कि जांच के दौरान भी उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
इससे पहले 11 अक्टूबर (शनिवार) एडीडीपी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या मामले को देखते हुए निर्धारित कैबिनेट बैठक को रद्द करना पड़ा था। वहीं, इस घटनाक्रम के बीच एडीजीपी की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार के परिवार व दलित संगठनों ने राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए 31 सदस्यों की कमेटी बनाई है।
रविवार यानि को इस मुद्दे पर अहम फैसले लेने व आगे की कार्यवाही के लिए चंडीगढ़ में महापंचायत बुलाई गई है। वहीं, इस मामले को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई नेताओं ने वाई पूरण को श्रद्धांजलि देने के साथ सिस्टम व सरकार पर सवाल खड़े किए।
वहीं, शनिवार सुबह वाई पूरण की पार्थिव देह को चंडीगढ़ के सेक्टर 16 अस्पताल से पीजीआई की मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया गया। इस पर अमनीत के परिजनों ने एतराज जताया। उन्होंने कहा कि उनकी सहमति के बिना शव को ले जाया गया है। इसके बाद विवाद बढ़ गया। इधर किसी ने अफवाह फैला दी कि पीजीआई में पोस्टमार्टम भी शुरू हो गया है। यह खबर फैलते ही चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा व चंडीगढ़ पुलिस की एसएसपी कंवरदीप कौर मौके पर पहुंची और उन्होंने साफ किया कि शव का पोस्टमार्टम नहीं हो रहा है। दोनों अधिकारी करीब एक घंटे तक अमनीत पी कुमार के घर पर ही रहे।