एक ही साल पैदा हुईं 2 बहनें, पर नहीं हैं जुड़वां, जब उम्र का लोगों को लगता है पता

कपल हमेशा दो बच्चों के जन्म के बीच गैप रखना पसंद करते हैं. इससे मां को शारीरिक रूप से आराम मिलता है और पहले बच्चे की देखभाल भी अच्छे से हो सकती है. मगर कुछ लोगों से गलतियां हो जाती हैं और वो बच्चों के बीच गैप नहीं दे पाते. बहुत बार ऐसा होता है कि बच्चों के बीच 1 साल का गैप होता है. पर क्या आपने सुना है कि दो बच्चे 1 ही साल में पैदा हुए, मगर वो ट्विंस नहीं हैं? हाल ही में एक लड़की ने अपनी चौंकाने वाली कहानी सोशल मीडिया पर सुनाई, जिसे जानकर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है.
सोशल मीडिया पर एक किशोरी ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि वह और उसकी बहन दोनों 2008 में पैदा हुईं, लेकिन वे जुड़वां नहीं हैं. द सन वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार टिकटॉक यूजर @amber\_andjade ने बताया कि उनकी और उनकी बहन की जन्मतिथि जनवरी और दिसंबर 2008 है, यानी दोनों के बीच केवल 11 महीने का अंतर है. इस स्थिति को “आयरिश ट्विन्स” (Irish twins) कहा जाता है, जो उन बच्चों को संदर्भित करता है जो एक ही वर्ष में, 12 महीने से कम के अंतराल में पैदा होते हैं.
आयरिश ट्विन्स क्या होते हैं?
“आयरिश ट्विन्स” एक पुराना शब्द है, जिसका उपयोग 19वीं सदी में आयरिश कैथोलिक परिवारों के लिए किया जाता था, जिनके पास गर्भनिरोध के उपयोग की सीमित जानकारी थी और वे अक्सर बहुत कम समय में कई बच्चों को जन्म देते थे, हालांकि, यह शब्द अब भी प्रचलित है, लेकिन यह ऐतिहासिक रूप से एक नकारात्मक अर्थ रखता था और अब इसे संवेदनशीलता के साथ उपयोग करना चाहिए.
लोग उड़ाने लगते हैं मजाक
वैश्विक स्तर पर, एक वर्ष के भीतर दो बच्चों का जन्म असामान्य है. अमेरिका में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, लगभग 0.2% महिलाएं एक ही कैलेंडर वर्ष में दो बार गर्भवती होती हैं. इतने कम अंतराल में बच्चों का जन्म माता-पिता के लिए शारीरिक, मानसिक और वित्तीय दृष्टिकोण से चुनौतीपूर्ण हो सकता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, दो गर्भधारणों के बीच कम से कम 18 महीने का अंतर होना चाहिए ताकि मां और बच्चे दोनों के लिए स्वास्थ्य जोखिम कम हो. हालांकि, कुछ परिवारों के लिए यह निकटता मजबूत भाई-बहन संबंधों और साझा विकासात्मक अनुभवों का कारण बन सकती है. @amber\_andjade के वीडियो पर लोगों ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं. कुछ ने मजाकिया अंदाज में कहा, “मां को आराम का मौका नहीं मिला,” जबकि अन्य ने चुटकी लेते हुए लिखा, “पापा बहुत अधीर थे.” यह दर्शाता है कि समाज में इस विषय पर जागरूकता और समझ बढ़ रही है.