एक दिन में कर दिया पैसा डबल, 90% प्रीमियम पर लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट

इन्फिनिटी इन्फोवे एक SaaS-आधारित ईआरपी सॉल्यूशन प्रोवाइडर का आईपीओ 8 अक्टूबर को बीएसई एसएमई पर 90% प्रीमियम के साथ लिस्ट (Infinity Infoway IPO Listing Price) हुआ। आईपीओ प्राइस 155 रुपये था जबकि शेयर 294.50 रुपये पर लिस्ट हुआ और अपर सर्किट में 309.20 रुपये तक पहुंच गया। इस आईपीओ को 277.24 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था जिसमें रिटेल निवेशकों ने 303 गुना और गैर-संस्थागत निवेशकों ने 549 गुना बोली लगाई।
SaaS-बेस्ड ईआआरपी सॉल्यूशन प्रोवाइडर, इन्फिनिटी इन्फोवे (Infinity Infoway IPO Listing Price) ने 8 अक्टूबर को शेयर बाजार में धमाकेदार शुरुआत की। जोरदार आईपीओ के बाद इसकी लिस्टिंग BSE SME पर 90% प्रीमियम के साथ हुई। इसका शेयर 155 रुपये के आईपीओ प्राइस के मुकाबले 294.50 रुपये पर लिस्ट हुआ।
इतना ही नहीं इसके बाद कंपनी का शेयर लिस्टिंग प्राइस से 5 फीसदी चढ़कर अपर सर्किट में पहुंच गया, जिससे शेयर का रेट 309.20 रुपये पर हो गया, जो आईपीओ प्राइस (155 रुपये) से दोगुना है। इससे उन निवेशकों का पैसा सीधे डबल हो गया, जिन्हें आईपीओ में शेयर मिले।
क्यों हुई इतनी तगड़ी लिस्टिंग
यह धमाकेदार लिस्टिंग जबरदस्त निवेशक माँग और ग्रे मार्केट में मजबूत एक्टिविटीज के कारण हो पाई। 3 अक्टूबर को बंद हुए 24.42 करोड़ रुपये के इस IPO को रिकॉर्ड 277.24 गुना सब्सक्रिप्शऩ मिला, जो इस साल SME लिस्टिंग में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन में से एक है।
रिटेल निवेशकों ने अपने लिए रिजर्व शेयरों के मुकाबले सबसे ज्यादा 303 गुना आवेदन किए, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 549 गुना तक शानदार बोली लगाई। यहाँ तक कि QIB कैटेगरी में भी 157 गुना की मजबूत बढ़त देखी गई।
क्या है इन्फिनिटी इन्फोवे का बिजनेस
2008 में शुरू हुई इन्फिनिटी इन्फोवे एजुकेशन, मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और कंस्ट्रक्शन क्षेत्रों के ग्राहकों के लिए कस्टमाइज्ड ईआरपी सॉफ्टवेयर और डिजिटल सॉल्यूशन डेवलप करती है। इसका प्रमुख कैंपस मैनेजमेंट सिस्टम 26 यूनिवर्सिटीज में उपयोग किया जाता है, जबकि इसका इंडस्ट्रियल ईआरपी प्लेटफॉर्म सेल्स, अकाउंटिंग, जीएसटी, सीआरएम और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में वेंचर्स को सपोर्ट करता है।
यह ऑनलाइन एग्जाम पोर्टल, कस्टम ईआरपी डेवलपमेंट और मैनपावर आउटसोर्सिंग भी प्रोवाइड करती है। इसके प्रमुख ग्राहकों में निरमा यूनिवर्सिटी, सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी, शिवाजी यूनिवर्सिटी और हाईबॉन्ड सीमेंट शामिल हैं।
शानदार रहे फाइनेंशियल रिजल्ट
कंपनी ने मजबूत और लगातार ग्रोथ दर्ज की है। वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू साल-दर-साल 30% बढ़कर 13.5 करोड़ रुपये हो गया, जबकि प्रॉफिट 21% बढ़कर 4.19 करोड़ रुपये हो गया। आईपीओ से मिले पैसे का उपयोग कंपनी के नए जीरोटच डिवाइस-एज-अ-सर्विस (DaaS) प्लेटफॉर्म के डेवलपमेंट, आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड, वर्किंग कैपिटल और टेंडर डिपॉजिट के लिए करेगी।