एक अधूरे शौचालय के टैंक में गिरने से मासूम की मौत

खुले में शौच से मुक्ति दिलाने को सरकार शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि दे रही। इसके बावजूद लोग शौचालय का निर्माण कार्य पूरा नहीं करा रहे हैं। ऐसे ही एक अधूरे शौचालय ने तीन वर्षीय बालक की जान ले ली।
हादसा कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र में हुआ। क्षेत्र के ग्राम मलौना चाइन पुरवा निवासी विश्राम को सरकार की ओर से संचालित शौचालय सुविधा का लाभ मिला था। करीब छह माह पूर्व उसका निर्माण शुरू हुआ लेकिन, अबतक पूरा नहीं हो सका। शनिवार की सुबह इनके पड़ोसी रामइंदर का तीन वर्षीय पुत्र दद्दन खेलते-खेलते शौचालय टैंक के पास पहुंच गया। टैंक खुला होने के कारण वह उसमें गिर गया। टैंक में पानी भरा होने के कारण बालक की डूबने से मौत हो गई। परिवारवाले इस अनहोनी से बेखबर रहे। काफी देर तक बालक नहीं दिखा तो उसकी खोजबीन शुरू हुई। इस दौरान उसका शव शौचालय के टैंक में मिला। इस हादसे से गांव में मातम छा गया। पीड़ित मां और पिता के करुण क्रंदन से हर कोई द्रवित हो उठा। कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले की कोई शिकायत नहीं की गई। इस कारण शव का पंचनामा करवाकर परिवारजनों को सौंप दिया गया। प्रधान दुर्गा प्रसाद पांडेय ने बताया कि लाभार्थी विश्राम को छह माह पहले पहली किस्त की धनराशि का भुगतान कर दिया गया था। निर्माण पूरा न होने पर दूसरी किस्त नहीं दी गई।
मॉनीटरिग व्यवस्था पर उठे सवाल
शौचालय निर्माण को लेकर सरकार की ओर से मिल रही प्रोत्साहन राशि का लाभ जिन लोगों को मिला, उन्होंने निर्माण कार्य पूरा करा लिया? यह जानने की फुर्सत भी शायद प्रशासन के पास नहीं है। यदि इसकी मॉनीटरिग की जाती तो शायद न तो शौचालय अधूरा रहता और न ही बालक की जान जाती। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था पर उंगली उठना लाजिमी है।





