उर्वशी रौतेला ने शेयर की अपनी पर्सनल फीलिंग, कहा- दर्द हुआ पर मजा बहुत आया…

बॉलीवुड की ग्लैमर्स उर्वशी रौतेला अपनी फिटनेस और हॉट फिगर को लेकर वैसे तो हमेशा ही चर्चा में बनी रहती हैं। लेकिन इस बार उनका न्यू फिटनेस फंडा यूनिक होने के साथ काफी पेनफुल भी है।उर्वशी रौतेला, दर्द हुआ पर मजा बहुत आया

उर्वशी ने अपनी फिटनेस के लिए अब कपिंग थेरेपी को चुना है। उर्वशी ने इसकी फोटो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में शेयर की है। फोटो के साथ उन्होंने अपने इस दर्दनाक एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए लिखा- कपिंग जबरदस्‍त अनुभव देता है। ये आपको एकदम शांत चित्त कर देता है माना की यह बेहद दर्दनाक है पर इसके बाद मजा बहुत आता है।उर्वशी रौतेला, दर्द हुआ पर मजा बहुत आया

दरअसल कपिंग थेरेपी एक तरह की चाइनीज रिलेक्‍सेशन थेरेपी है।  ये थेरेपी एक दर्द से भरी प्रकिया होती है, जिसके जरिए शरीर के अंदर की गंदगी को बाहर निकाला जाता है और स्किन टिश्यू को ऑक्सीजन और दूसरे जरूरी तत्व देकर गहराई तक आराम पहुंचाया जाता है।
जिसमें एक्यूपंचर स्पेशलिस्ट कॉटन के गोले को पहले शराब में भिगोते हैं। इसके बाद इन गोलों को कांच से बने छोटे से ग्लास या कप में रखकर इसमें आग लगा दी जाती है और फिर इस आग को बुझाकर गर्म बर्तन को तुरंत ही स्किन पर रखा जाता है।

 

सर्दी और एलर्जी में कपिंग थेरेपी फेफड़ों को उत्तेजित कर बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसके अलावा कपिंग थेरेपी में ब्‍लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है क्योंकि कपिंग की प्रक्रिया में स्‍किन टिश्यू और बर्तन के बीच में एक वैक्यूम बन जाता है।

वहीं, स्किन के संपर्क में आने वाली अंदर की हवा ठंडी होने लगती है और फिर इसे शरीर से दूर खींचा जाता है। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। कपिंग थेरेपी से माइग्रेन के कारण पीठ और गर्दन में होने वाली अकड़न में काफी आराम मिलता है। ये थेरेपी हर्निया, हाईड्रोसिल, पाइल्‍स, सियाटिका, आर्थराइटिस, नकसीर और जोड़ों के दर्द आदि में भी काफी कारगर होती है। दरअसल ये थेरेपी सुंदरता बढ़ाने में भी फायदेमंद होती है।

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