इस साल कितने अमीर हुए मुकेश अंबानी? सन 2000 में इतनी थी परिवार के पास दौलत

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार मुकेश अंबानी इस समय दुनिया के 18वें सबसे अमीर शख्स हैं। वहीं वे एशिया के सबसे अमीर शख्स भी हैं। उनकी नेटवर्थ (Mukesh Ambani Net Worth) इस समय 105 अरब डॉलर (9.46 लाख करोड़ रुपये है) है। अब साल 2025 खत्म होने को है। इस साल मुकेश अंबानी की दौलत कितनी बढ़ी? आइए जानते हैं।
साल 2025 में कितने अमीर हुए मुकेश अंबानी?
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार साल 2025 में मुकेश अंबानी की दौलत में 14.8 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। ये रकम भारतीय करेंसी में 1.33 लाख करोड़ रुपये बनती है।
21वीं सदी में कितनी बढ़ी मुकेश अंबानी की दौलत?
बता दें कि सन 2000 में मुकेश अंबानी की निजी नेटवर्थ के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है, क्योंकि उनके बजाय उनके पिता के पास रिलायंस की कमान थी। तब रिलायंस का बंटवारा भी नहीं हुआ था। मगर रिपोर्ट के अनुसार सन 2000 में धीरूभाई अंबानी की परिवार समेत, जिसमें मुकेश अंबानी भी शामिल हैं, की नेटवर्थ 6.6 अरब डॉलर थी, जो आज के हिसाब से 59,523 करोड़ रुपये बनती है।
2025 में क्यों बढ़ी मुकेश अंबानी की दौलत?
2025 में मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में तेज बढ़ोतरी काफी हद तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में मजबूत ग्रोथ के कारण हुई है, क्योंकि ग्रुप की डाइवर्सिफाइड ग्रोथ स्ट्रेटेजी में निवेशकों का भरोसा लगातार मजबूत हो रहा है।
इस साल भारत के बढ़ते इक्विटी मार्केट ने अरबपतियों की रैंकिंग को बदलने में अहम भूमिका निभाई। निवेशकों ने इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, टेलीकॉम और कंज्यूमर बिजनेस वाले बड़े ग्रुप्स में एक्टिव रूप से निवेश किया है, जिससे वैल्यूएशन और पर्सनल दौलत दोनों में बढ़ोतरी हुई है।
खास तौर पर, रिलायंस इंडस्ट्रीज निवेशकों के बीच पसंदीदा बनी हुई है, जिसका कारण इसके सभी बिजनेस में लगातार अच्छा प्रदर्शन और विस्तार योजनाएं हैं।
अलग-अलग सेक्टरों में रिलायंस की एंट्री
रिलायंस अब ग्रोथ के लिए सिर्फ तेल और पेट्रोकेमिकल्स पर निर्भर नहीं है। यह ग्रुप टेलीकॉम, रिटेल, ग्रीन एनर्जी और नई टेक्नोलॉजी में तेजी से विस्तार कर रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिन्यूएबल एनर्जी और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश रिलायंस के भविष्य के रोडमैप को तेजी से आकार दे रहे हैं, जिससे अंबानी के लॉन्ग-टर्म ग्रोथ विजन को मजबूती मिल रही है और बाजार का भरोसा बढ़ रहा है।





