इस योग के चलते व्यक्ति को हमेशा रहता है अपने सामान के खोने या चोरी होने का डर

सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से व्यक्ति के भविष्य की गणना की जाती है। इससे व्यक्ति के चरित्र और स्वभाव का भी पता चलता है। ग्रह और नक्षत्रों के संयोग से कुंडली में कई योग बनते हैं। इनमें कई योग शुभ और मंगलकारी होते हैं। कुंडली में इन योग के बनने से व्यक्ति अपने जीवन में खूब नाम और धन कमाता है। वहीं, कई ऐसे योग हैं, जो शुभकारी नहीं होते हैं। इन योग के बनने से व्यक्ति के जीवन में हमेशा कुछ गलत होता रहता है। व्यक्ति का जीवन आर्थिक संकटों से गुजरता है। लेकिन क्या आपको पता है कि किस योग के चलते कुछ लोगों को हमेशा अपने सामान के खोने या चोरी होने का डर रहता है? ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में ये योग बनने से व्यक्ति हमेशा दुविधा में रहता है। उसके मन में यह कल्मष हमेशा रहता है कि उसने कुछ खो दिया है या उसकी कोई चीज चोरी हो गई है या हो सकती है। आइए, इस योग के बारे में सबकुछ जानते हैं-

वंचन चोर भीति योग
ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में कई योग बनते हैं। इनमें एक वंचन चोर भीति योग है। इस योग के बनने पर व्यक्ति हमेशा दुविधा में रहता है। वह अपने आसपास के लोगों के साथ कम्फर्ट (आश्वस्त) नहीं रहता है। उसके मन में यह बात हमेशा रहती है कि कोई उसे धोखा दे सकता है या उसका सामान चोरी कर सकता है या उसका कोई कीमती सामान गुम हो सकता है। इसके लिए वह बार-बार अपने सामान का क्रॉस चेक करता रहता है। अगर यात्रा के दौरान है, तो उसे घर पर चोरी होने का डर लगा रहता है।

कैसे बनता है वंचन चोर भीति योग ?
ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में लग्न के स्वामी का राहु-केतु या शनि के साथ रहने पर वंचन चोर भीति योग बनता है। इस योग से पीड़ित जातक को शनि देव की पूजा करनी चाहिए। साथ ही राहु के बीज मंत्र का जप करना चाहिए। इसके अलावा, हनुमान जी की पूजा करने से भी वंचन चोर भीति दोष समाप्त होता है।

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