इस महीने चौथी बार कानपुर प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंडा

दिसंबर के 11 दिनों में कानपुर चौथी बार गुरुवार को प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा है। इसके पहले चार, पांच और छह दिसंबर को शहर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा था। इसके साथ ही सीएसए के मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 23 साल बाद 11 दिसंबर को न्यूनतम तापमान सबसे कम छह डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके पहले वर्ष 2002 में 11 दिसंबर को न्यूनतम तापमान चार डिग्री रहा था।
मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को कानपुर प्रदेश में सबसे ठंडा और दूसरे नंबर पर इटावा और बरेली (7.2 डिग्री) रहे हैं। इसके पहले पांच और छह दिसंबर को कानपुर सबसे सर्द और इटावा दूसरे नंबर पर रहा। चार दिसंबर को कानपुर (5.7 डिग्री) के बाद बरेली (6.9 डिग्री) सबसे ठंडा रहा था। मौसम विभाग के मुताबिक आसमान साफ रहने और माहौल में नमी बढ़ने के कारण रात का न्यूनतम पारा नीचे गिर जा रहा है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि ध्रुवीय हवाएं आने के साथ पूर्वोत्तर राज्यों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से नमी बढ़ रही है। इस वजह से धुंध और कोहरा सुबह शाम बढ़ेगा। नमी बढ़ी तो धुंध की चादर मोटी होती चली जाएगी। अभी दृश्यता सामान्य 300 मीटर की तुलना में 50 मीटर तक होने का अनुमान है।
दिन चढ़ने के बाद धुंध और कोहरा छंट जाएगा। दिन में धूप नरम रहेगी। उन्होंने बताया कि 13-14 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ आने का अनुमान है। इसके आने से माहौल में नमी का प्रतिशत और बढ़ेगा। इससे धुंध भी बढ़ेगी। इसके अलावा राजस्थान में भी चक्रवाती हवाओं का घेरा बनेगा।
इससे अरब सागर से नमी आने लगेगी। सीएसए के मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिमी हवाओं की निरंतरता बनी हुई है। इससे कानपुर परिक्षेत्र और गंगा के मैदानी इलाकों में 18 दिसंबर के बाद ठंडक और तेज हो जाएगी।





