इतिहास रचने वाले कप्तान ने हार के बाद कप्तानी से दिया इस्तीफा, बांग्लादेश को लगा दोहरा झटका

 बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोड़कर सभी को चौंका दिया। श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली शर्मनाक हार के बाद शांतो यह फैसला लिया। फैंस इस फैसले से हैरान हैं क्योंकि नजमुल हसन शांतो ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़ा था।

बता दें कि कोलंबो टेस्ट मैच में श्रीलंका ने पारी और 78 रनों से बांग्लादेश को हराकर दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर कब्जा कर लिया। दोनों टीमें के बीच गाले टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शांतो ने शतक ठोककर इतिहास रचा था।

दूसरे टेस्ट में खराब बल्लेबाजी

दूसरे टेस्ट मैच में वो अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए। इसके अलावा उनके टीम की बल्लेबाजी दोनों पारियों में बुरी तरह से फ्लॉप रही। शांतो दोनों पारियों में क्रमशः 8,19 रन ही बना सके। इस हताशा के चलते नजमुल हसन शांतो ने कप्तानी के पद से इस्तीफा दे दिया।

पहले टेस्ट मैच में रचा था इतिहास

गाले टेस्ट मैच के दौरान शांतो ने मैच की दोनों पारियों में शतक जड़कर इतिहास रचा था। शांतो ने पहली पारी में 148 रन बनाए। वहीं दूसरी पारी में भी शांतो के बल्ले से नाबाद 125 रनों की पारी देखने को मिली। शांतो बांग्लादेश के पहले ऐसे टेस्ट कप्तान बने, जिनके बल्ले से एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक देखने को मिला। इससे पहले भी शांतो ने एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़ा था लेकिन उस वक्त वह कप्तान नहीं थे।

श्रीलंका ने जीती सीरीज

दूसरे टेस्ट मैच की बात करें तो बांग्लादेश ने पहली पारी में 247 रन बनाए। इसके जवाब में श्रीलंका ने पथुम निसांका के शतक और चांदीमल के साथ-साथ कुसल मेंडिस की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 458 रन बनाए। बांग्लादेश के लिए तैजुल इस्लाम ने पांच विकेट चटकाए।

श्रीलंका के 458 रन के जवाब में बांग्लादेश की दूसरी स्पिनरों के आगे ढह गई। प्रभात जयसूर्या ने 56 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। बांग्लादेश दूसरी पारी में महज 133 रन ही बना सकी। टीम की ओर से सर्वाधिक रन मुश्फिकुर रहीम (26) ने बनाए। इसके साथ ही श्रीलंका ने दो टेस्ट मैच की सीरीज को 1-0 से अपने नाम कर लिया।

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